Home News Business

कार बाइक की टक्कर से जीजा साला व बहन की मौत, बालवीर ने दी मौत को मात

कार बाइक की टक्कर से जीजा साला व बहन की मौत, बालवीर ने दी मौत को मात
@HelloBanswara - -

Banswara June 20, 2018 - लोहारिया क्षेत्र के भुवासा गांव में मंगलवार दोपहर 1:30 बजे तेज रफ्तार कार और बाइक की आमने-सामने भिड़ंत में बाइक सवार पति-पत्नी और जीजा की मौत हो गई।

भीषण हादसे में बाइक पर सवार डेढ़ साल का मासूम बालू बच गया। उसका पैर फेक्चर हुआ है। हादसे के बाद कार सवार मौके से भाग गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक के पुर्जे काफी दूर तक बिखर गए। यहां तक कि बाइक की सीट और टायर भी टूटकर दूर जा गिरे थे। कार घसीटती हुई 50 फीट दूर नाले में जा गिरी। घायलों को गनोड़ा सीएचसी ले जाया गया लेकिन तीनों ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। सालिया निवासी 25 वर्षीय कमलेश डिंडोर पुत्र विट्ठला, दलजी का गड़ा निवासी अपने 23 वर्षीय साले मुकेश पुत्र हाजा डामोर, उसकी पत्नी 20 वर्षीय कांता के साथ गनोड़ा में इलाज करवाकर बाइक से लौट रहे थे। मुकेश का डेढ़ साल का बेटा बालू भी साथ था। भुवासा में पहुंचने पर महाराष्ट्र पासिंग कार से उनकी बाइक की टक्कर हो गई कमलेश, मुकेश और कांता से इतना खून निकला कि वह सड़क पर बहने लगा। इससे पहले कि लोग मौके पर पहुंचते कार सवार मौके से चले गए। घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने घायलों को संभाला। दोनो पति पत्नी के शवों का अभी अंतिम संस्कार नही हुवा है कारण शाम होने के कारण ओर परिजनों और रिश्तोदारो के आने पर आज बुधवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। 

टक्कर इतनी भीषण कि 50 फीट दूर नाले में घसीटती गई कार 

2 माह पहले हुई थी कमलेश की शादी 

कमलेश की 2 महीने पहले ही दलजी का गड़ा गांव की अनु के साथ शादी हुई थी। अनु के हाथों से अभी मेहंदी का रंग उतरा भी नहीं था कि पति कमलेश की मौत से परिवार में मातम छा गया। वहीं मुकेश और कांता, कमलेश के साला-बहू होते थे। मुकेश के पिता की भी 6 साल पहले गुजरात में एक सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। अब घर में एक छोटा भाई और बेवा मां ही रहते हैं। हादसे की इत्तला पर सबसे पहले कमलेश के पिता विट्ला मौके पर पहुंचे। बेटे की बाइक देखी तो उनके होश उड़ गए। गनोड़ा अस्पताल आकर बेटे का शव देख बिलख पड़े। मुकेश पिता मोहन निवासी दलजी का गढा जो पेशे से चालक था और तीन साल पूर्व ही समीप उमबाड़ा गांव में शादी हुई थी जिसका एक ही बेटा था। मुकेश के पिता मोहन की 5 वर्ष पूर्व ही मौत हो गयी थी। यह दो भाई ओर एक बहन थी। जिसमें मुकेश बड़ा है। और छोटा कपिल जो जेसीबी चलाता 

अब चाचा और दादी के भरोसे बलवीर 

हादसे में भले ही तीन-तीन जिंदगियां रुखसत कर गई। लेकिन मुकेश के डेढ़ साल के बेटे बलवीर को मौत छू भी नहीं पाई। मासूम बलवीर घटना के समय बाइक पर ही सवार था। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से वह बच गया। डॉक्टर ने बलवीर की जांच कर पैर में फेक्चर होना बताकर हालत खतरे से बाहर बताई है। 

हेलमेट पहने होते तो बच सकती थी जान 

सड़क हादसों में बाइक सवारों की मौतों की ज्यादातर वजह सिर में चोट लगना रही है। डॉक्टरों का खुद भी मानना है कि मरने वालों ने अगर हेलमेट पहना होता तो ज्यादातर की जान बच सकती थी। दोनों वाहनों की रफ्तार भी अधिक बताई जा रही है। ऐसे में अगर बाइक सवार हेलमेट पहन और नियंत्रित रफ्तार में बाइक चलाएं तो ऐसे हादसों के वक्त जान बच सकती है। 
-source bhaskar

FunFestival2024
शेयर करे

More news

Search
×