बस रुकवाकर युवक को नीचे उतारा फिर जीप में बिठाकर किया अगवा
विट्ठल देव मंदिर से दर्शन कर लौट रहे युवक को मंगलवार दोपहर बस रुकवाकर जीप सवार बदमाशों ने अगवा कर लिया। सरेआम युवक के अगवा होने की खबर पाकर सदर पुलिस भी हरकत में आ गई और युवक की तलाश शुरू की। पुलिस ने 6 घंटे तक पीछाकर गुजरात बॉर्डर पर पाटड़िया गांव में अपहरणकर्ताओं के चंगुल से युवक को छुड़ा दिया। मौके से पुलिस ने एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है। घीवापाड़ा का अर्जुन पुत्र फुलजी भाभोर दोपहर में विट्ठल देव दर्शन कर बस से घर लौट रहा था। रास्ते में कंडोला निवासी मुकेश गरासिया अपने साथियों के साथ जीप लेकर आया और बस को रुकवाकर अर्जुन को नीचे उतारा। अर्जुन को सबके सामने जबरदस्ती जीप में बिठाकर अगवा कर लिया। अर्जुन के साथ बस में सवार युवक ने उसके परिजनों को वारदात के बारे में बताया। इस पर परिजनों ने सदर थाने में सूचना दी। एसआई सचिन ने बताया कि सूचना मिलते ही हमनें परिजनों से इसकी वजह पूछी लेकिन परिजनों ने कुछ नहीं बताया। इस पर हमने अर्जुन के मोबाइल की लोकेशन तलाशी। यह पता किया कि अर्जुन ने आखिरी बार किन-किन से बात की। इसके बाद मोबाइल लोकेशन के आधार पर पीछा करते रहे। आखिर रात गुजरात बॉर्डर पर पाटडिया गांव में एक सून सान जगह पर हमें अर्जुन को जिस जीप से अगवा किया था वह दिख गई। इस पर हमने जीप के आसपास घेराबंदी की और अर्जुन को छुड़ाया। मौके पर मौजूद मुकेश गरासिया को गिरफ्तार किया। पूछताछ में मुकेश ने बताया कि उनके परिवार से पिछले दिनों शादी से पहले एक महिला अगवा हो गई थी। उन्हें संदेह था कि उसमें अर्जुन का भाई शामिल था। इसलिए अर्जुन को अगवा किया। वारदात में शामिल मुकेश के अन्य साथियों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।