एएसआई ने छेड़छाड़ के प्रकरण में एफआर लगाने के लिए मांगी 5 हजार रिश्वत, िगरफ्तार
गेपसागर की पाल पर एसीबी राजसमंद की टीम ने की कार्रवाई
एसीबी राजसमंद की टीम ने कोतवाली पुलिस थाने के सहायक उपनिरीक्षक प्रताप सिंह काे छेड़छाड़ के मामले में एफआर लगाने की एवज में पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी सहायक उप निरीक्षक ने 22 हजार रुपए की मांग की थी। इस पर परिवादी ने एसीबी काे शिकायत की थी। सत्यापन हाेने पर गेपसागर की पाल पर स्थित ज्यूस के ठेले पर पकड़ा। एसीबी राजसमंद के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश चौधरी ने बताया कि यूपी के फिरोजाबाद हाल आजाद नगर निवासी परिवादी क्षितिज जैन पुत्र अक्षय जैन ने कोतवाली के सहायक उपनिरीक्षक प्रताप सिंह पुत्र दौलत सिंह के खिलाफ एसीबी काे शिकायत की थी। आरोपी प्रतापसिंह ने परिवादी काे डूंगरपुर गेपसागर की पाल पर स्थित ज्यूस के ठेले पर बुलाया। यहां पर 22 हजार की मांग में से पांच हजार रुपए ले लिए। एसीबी टीम काे इशारा मिलते ही एएसआई के शर्ट की दाहिनी जेब में नकदी बरामद की। दरअसल, वर्ष 2020 में धारा 354, 452 में दर्ज एफआईआर में एफआर लगाने की एवज में रिश्वत की मांग की थी। आरोपी एएसआई को एसीबी दफ्तर डूंगरपुर ले गए। यहां पर हाथ धुलवाने समेत अन्य कार्रवाई की जा रही है। दरअसल, रिश्वत प्रकरण में पकड़े गए आरोपी एएसआई पंचायत राज चुनाव से पहले ही बीमार हाेने के चलते करीब एक-डेढ़ माह से गैर हाजिर चल रहे थे। इसके बाद शुक्रवार तक भी आमद नहीं हुई थी। गैर हाजिर रहते हुए एसीबी टीम ने पकड़ा है। एएसआई के पास छह-सात फाइल की जांच लंबित हाेना बताया जा रहा है।