नेशनल हाइवे पर टोल प्लाजा का काम शुरू त्रिपुरा सुंदरी जाने पर चुकाना होगा टैक्स
शहर से महज 6 किमी दूर नेशनल हाइवे 927 ए के पहले चरण काम पूरा हुआ भी नहीं है कि इस पर टॉल प्लाजा बनाने की तैयारियां शुरू हो गई है। कूपड़ा स्थित डायमंड सर्कल से कुछ ही दूरी पर 700 मीटर लंबे क्षेत्र में टॉल प्लाजा बनाने का काम शुरू हो गया है। जहां दुपहिया वाहनों को छोड़ सभी वाहनों को टॉल चुकाना पड़ेगा। ऐसे में अब बांसवाड़ा से त्रिपुरा सुंदरी मंदिर जाने पर भी वाहन चालकों को टैक्स देना पड़ेगा। खेरवाड़ा से बांसवाड़ा जिले तक हाइवे पर 4 जगहों पर टॉल वसूली होगी। जिसका 0 सेंटर खेरवाड़ा में बनाया है। इसके बाद 50 से 60 किमी के अंतराल में टॉल प्लाजा बनाए जाने हैं। राजस्थान सरकार की नेशनल हाइवे विंग के एईएन हरगोविंद शर्मा बताया कि टॉल पर न्यूनतम शुल्क 70 रुपए होगा। वहीं रिटर्न का 120 रुपए चुकाना होगा। यह दर चौपहिया वाहनों की है, हाइवे की कोस्ट के अनुसार अन्य भारी वाहनों की अलग-अलग दरें तय होती हैं। इसमें कोई ऐसा नियम नहीं होता कि शहर से दूरी कितनी है। स्थानीय उपयोगकर्ताओं के लिए अलग से प्रावधान है, जिसमें 266 रुपए का मासिक पास बनता है। इसमें बार-बार टोल नहीं देना पड़ता। शर्मा ने बताया कि टॉल नाके आईआरबी की डिजायन के अनुसार होते हैं। उसके डायमेंशन तय होते हैं। इसके पूरा अलग से एक गजट नोटिफिकेशन होता है, उसके अनुसार दरें और अन्य सुविधाएं तय होती है। शहर से दूरी पर आधारित नहीं होता, क्योंकि इसके निर्माण जो कोस्ट होती है वो टोल से ही रीकवर होती है। जो कोस्ट होती है तो वो निश्चित सालों के अंदर वसूल करेगा।