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बीटीपी के खिलाफ साधु-संतों में आक्रोश,कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्टर-एसडीएम को दिए ज्ञापन

Banswara
बीटीपी के खिलाफ साधु-संतों में आक्रोश,कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्टर-एसडीएम को दिए ज्ञापन
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जिले के सांधु संतों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बीटीपी पर धर्म और संस्कृति विरोधी गतिविधियां चलाने का आरोप लगाते हुए राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि बीटीपी द्वारा जनजाति क्षेत्र में अशांति और हिंसा फैलाने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है, साथ ही कई बार पुजारियों को धमकाया और धार्मिक स्थलों पर उत्पात भी मचाया है।

ऐसे में क्षेत्र की शांति और भाईचारा बिगड़ने की आशंका बनी हुई है। साधु संतों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। त्रयंबकेश्वर मंदिर परिसर में बैठक करने के बाद गुरुवार सुबह साधु संत, मेट, कोटवाल और धर्मप्रेमी रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां कलेक्टर को ज्ञापन दिया।

इसमें बताया कि 12 अगस्त को नंदिनी माता मंदिर बड़ोदिया में 100 से अधिक समर्थकों द्वारा जय जोहार, लाल सलाम के नारे लगाते हुए मंदिर की धर्म पताका हटाकर पुजारी और भक्तों को डराया धमकाया गया। 26 अगस्त को हनुमान मंदिर करजी बागीदौरा में बीटीपी समर्थकों द्वारा मंदिर की धर्म पताका हटाकर अराजकता फैलाने वाले नारे लगाए।

27 अगस्त को कसारवाड़ी सज्जनगढ़ में गणपति की मूर्ति तोड़कर उत्पात मचाया। 30 अगस्त को सोनार माता मंदिर सलूंबर में धर्म विरोधी तत्वों और बीटीपी समर्थकों ने मंदिर से धर्म ध्वजा हटाकर उसके स्थान पर बीटीपी का झंडा लगा दिया और पुजारी व भक्तों के साथ मारपीट की गई।

साधु संतों ने समाज, धर्म और संविधान विरोध ऐसे कृत्य करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इस दौरान दलसुख महाराज, बालूराम, रमणलाल महाराज, भाजपा नेता हकरु मईड़ा, पवन मईड़ा, राजू निनामा, सुखलाल, पूर्व पार्षद मुकेश नायक, शंभूगिरी बाबा, शिवगिरि, मोहनदास, अनिल निनामा समेत कई लोग शामिल रहे।

परतापुर. जनजाति संत समाज द्वारा जनजाति क्षेत्र में धर्म, संस्कृति एवं समाज विरोधी तत्वों की आड़ में अराजकता फैलाने वालों वालों पर अंकुल लगाने के लिए राज्यपाल के नाम एसडीएम अतुल प्रकाश को ज्ञापन दिया। संत समाज ने ज्ञापन में बताया कि क्षेत्र में राजनैतिक दल बीटीपी के नाम से धर्म एवं संस्कृति विरोधी अराजक तत्वों द्वारा समाज विघटन कर क्षेत्र में अशान्ति एवं हिंसा फैला रहा है। इस दौरान संत भीमकंुड, बेणेश्वर धाम, गांगजी भाई, दिनेश भाई, रावजी भाई, गटुलाल, कानजी भाई, लेंबा महाराज उपस्थित थे।

कुशलगढ़. जनजाति संत समाज ने बीटीपी द्वारा जनजाति क्षेत्रों में सामाजिक सौहार्द पूर्ण वातावरण को बिगाड़ने और आपसी वैमनस्य फैलाने के विरोध में मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष एवं राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान नरसिंह गिरि महाराज, विजय दास विष्णु गिरि महाराज, कैलाश गिरि महाराज, कमलगिरि महाराज, विकला महाराज, मानेंग महाराज, देवीगिरि महाराज, मानसिंह महाराज, वालमदास महाराज, हवसिंग महाराज, नारजी भगत, पारसिंह भगत, हवसिंग भगत उपस्थित थे।

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