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798 कराेड़ रुपए के पेयजल प्राेजेक्ट, कम गहराई में डाल रहे पाइप, हो रही है गड़बड़ियां

Banswara
798 कराेड़ रुपए के पेयजल प्राेजेक्ट, कम गहराई में डाल रहे पाइप, हो रही है गड़बड़ियां
@HelloBanswara - Banswara -

सरकार ने जनजाति अंचल के नाॅन कमांड क्षेत्र में पानी पहुंचाने के लिए 798.35 कराेड़ रुपए की पेयजल याेजना स्वीकृत की। माही बांध से पानी पाइप लाइन के माध्यम से कुशलगढ़ तक पहुंचाना है। लेकिन सरकार द्वारा जिस फर्म काे यह ठेका दिया गया हैं, उसके द्वारा पाइपलाइन बिछाने के काम में लापरवाही बरती जा रही है अाैर यहां तक की खुले अाम जी शिड्यूल की शर्ताें का उल्लंघन कर पाइपलाइन बिछाने का काम किया जा रहा है।

अभी यह पूरा प्राेजेक्ट अपने पहले चरण में ही है, पाइपलाइन का काम शहर से बाहर ही नहीं निकला है अाैर दिनदहाड़े काम में लीपापोती बरती जा रही है। प्राेजेक्ट में जाे गड़बड़ी प्रारंभिक ताैर पर सामने अाई हैं, उसमें यह है कि पाइपलाइन काे बिछाते वक्त उसके नीचे अाैर ऊपर सेंड बिडिंग करनी है यानि रेत से पाइपलाइन काे ढकना है, लेकिन फर्म द्वारा जेसीबी से गड्ढा खाेदकर कम गहराई में पाइपलाइन बिछाकर उसी मिट्टी से ढका जा रहा है।

अभी यह हो रहा है : कुशलगढ़ सजनगढ़ पेजयल परियोजना के तहत 5 नंबर से शक्करवाड़ा के लिए 700 एमएम की पाइप लाइन । जो कुल 41.50 किमी की पाइपलाइन डलेगी। पाइपलाइन 2 मीटर गहराई में बिछाने का प्रावधान है। जिसका खर्च 798.35 कराेड़ है। शक्करवाड़ा में पानी का पंप बनेगा, उसके बाद गांवों में सप्लाई होगी। साथ ही माही बांध के 5 नंबर फिल्टर प्लांट बनेगा। जहां से पानी साफ होकर लिफ्ट के माध्यम से पानी जाएगा। यह प्लांट 31 एमएलडी (31 लाख मिलियन लीटर प्रतिदिन) हर दिन इस प्लांट से फिल्टर होकर जाएगा। यह प्रोजेक्ट जून तक पूरा करना है, जिसका काम चल रहा है।

पाइप की गहराई काे लेकर ताे 90 सेंटीमीटर का प्रावधान है। कहीं कहीं 60 सेंटीमीटर तक भी कर सकते हैं। सेंड बीडिंग की बात हैं ताे वाे जहां जहां जरूरत है वहां हाे रही है। फिर भी साइट पर कहीं काम में काेई खामी अा रही है ताे निश्चित ही साइट इंजीनियर काे माैके पर भेज कर पता करवाता हूं। प्रदीप काेठारी, एसई।

इस लापरवाही का यह हाेगा खामियाजा
{पाइपलाइन कम गहराई में बिछाई जाने के कारण सबसे बड़ा खामियाजा यह भुगतना पड़ेगा कि भारी वाहनाें के दबाव से पाइपलाइन टूटेगी अाैर बार बार लीकेज की समस्या से सड़काें की खुदाई हाेगी। लीकेज के कारण अंतिम छाेर तक पानी भी फाॅर्स से नहीं पहुंचेगा। वहीं सेंड बिडिंग नहीं हाेने के कारण पानी के कारण पाइपलाइन पर जल्दी ही जंग लगने के अासार हैं। इसके अलावा भी कई खामियां हैं जाे जांच करने पर सामने अा सकती हैं। इसके अलावा पाइप बिछाने के बाद उपर सीसी भी नहीं की जा रही है। इस कारण सड़क किनारे वाहन धंस रहे हैं। बीते दिनाें उदयपुर राेड पर स्थित एक पेट्रोल पंप के पास ट्रक धंस गया था।
कम गहराई में बिना सेंड बिडिंग किए बिछाई जा रही पाइपलाइन।

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