पुकार ला रहा है राजस्थान में पहली ट्रैकिंग एप्लीकेशन
Banswara November 03, 2018 बाँसवाड़ा में पुकार 26 जनवरी 2018 से कार्य कर रहा है और यह ग्रुप बाँसवाड़ा के कई स्थानों पर पोधे लगा चूका है और साथ ही सबसे बड़ी बात कि उसकी देख रेख भी कर रहा है ऐसा नहीं है कि पोधे लगा दिए फोटो हो गए और उन पोधों को भूल गए। पुकार ग्रुप पोधे लगाते है और उन पोधों की अपडेट हर रविवार को लेते रहते है और इन सभी पर बराबर नज़र रखने के लिए पहली बार पुरे राजस्थान में पुकार ग्रुप अपनी वेबसाइट बनवा रहा है और शायद इस प्रकार पोधों को ट्रैक करने कि वेबसाइट पुरे भारत में भी नहीं होगी।
इस वेबसाइट को पुरे ही हाई टेक तरीके से बनाया जा रहा है। जिसमे पोधा अपलोड करने पर वह स्वतः ही अपनी लोकेशन GPS से ले लेता है। सबसे अच्छी बात यह है कि यह वेबसाइट को बांसवाडा की Website Design and Devlopment Firm BItz Graphics बना रही है। वैसे वेबसाइट बन चुकी है बस उसकी टेस्टिंग चल रही है और पूरी टेस्टिंग होने के बाद यह वेबसाइट लांच की जायेगी।
वेबसाइट कि खासियत :
इस वेबसाइट को दुनिया में कोई भी एक्सेस कर सकता है। इस वेबसाइट में बांसवाडा का पूरा मेप रहेगा और पुकार ग्रुप की जानकारी रहेगी। मेप पर आपको पोधे के चिन्ह दिखेंगे की पोधा कहाँ पर लगा हुवा है। पोधों के चिन्ह पर क्लिक करने के बाद आप उस पोधे की जानकारी पा सकते है कि पोधा कहाँ पर लगा है, जिससे आप वहां पर जाकर देख सकते है कि पोधा है या भी नहीं, कोनसा पोधा लगाया है, कब लगाया है और उसकी स्थिति अभी क्या है। साथ ही किस रविवार को कौन-कौन से पोधे लगाये है और किस महीने और साल में कितने पोधे लगे है यह पूरी जानकारी इस वेबसाइट पर उपलब्ध होगी । इस वेबसाइट से पुकार ग्रुप को यह फायदा होगा की उनके पास पोधों की डिटेल रहेगी पूरी तरह से और लोगो के पास यह रहेगा की पुकार ग्रुप जो कर रहा है वो सभी के सामने है।
पुकार ग्रुप का यहीं उद्देश्य है कि जितने उसने पोधे लगाये उनको वो बड़ा पेड़ के रूप में देखना चाहता है और इसी के लिए वह यह वेबसाइट लांच कर रहे है और जल्द सबके सामने यह वेबसाइट आने वाली है।
पुकार ग्रुप के द्वारा इस प्रकार वेबसाइट बनाने से यह तो साबित हो जाएगा कि वो जो बोल रहे है कि हम हर रविवार पोधे लगाते है, उनके द्वारा किये गए कार्य वेबसाइट के जरिये दिखेगा, क्यूंकि कई बार ऐसा होता है कि कई संस्था स्टेज पर न्यूज़ में प्रेस नोट के जरिये बोल देती है कि हमने 5000 पोधे लगाये है, यह कार्य किया है पर उनका कोई सबूत नहीं होता है जिससे कई बार ऐसे कार्य सिर्फ कागजों में ही रहते है पर इसके जरिये कार्य फिल्ड में होने के बाद कागज पर वेबसाइट आएगा जिसे हर कोई देख सकता है।