परमाणु बिजलीघर :विस्थापितों के लिए कॉलोनी की डिजायन तैयार, ढाई लाख में बनेगा मकान
Banswara October 16, 2018 परमाणु बिजली घर से विस्थापित लोगों के लिए 50 करोड़ की लागत से बनने वाली आवासीय कॉलोनी की डिजाइन तैयार हो गई है। माही परमाणु बिजली घर परियोजना के चीफ इंजीनियर एसबी जोशी ने डिजाइन कलेक्टर भगवती प्रसाद को सौंपी है। डिजाइन स्वीकृत होने पर टेंडर की करीब 5 माह की प्रक्रिया होगी। इसके बाद मकान निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की ओर से कटुंबी ग्राम पंचायत क्षेत्र के हरियापाड़ा क्षेत्र में 100 बीघा जमीन पर 600 विस्थापितों के लिए इंदिरा आवास योजना के तहत मकानों का निर्माण करवाया जाएगा। इसमें प्रत्येक मकान की लागत ढाई लाख रुपए होगी। परमाणु बिजली घर बनने से करीब दो हजार लोग विस्थापित हुए हैं। इसमें से अधिकांश ने लिखित में आवेदन पत्र देकर आवासीय कॉलोनी में मकान नहीं लेने और विस्थापन-पुनर्वास राशि 9 लाख 61 लाख लेने की सहमति जताई। लेकिन जो लोग विस्थापितों के लिए 100 बीघा जमीन पर बनने वाले पुनर्वास कॉलोनी में जाकर बसना चाहते हैं, ऐसे लोगों को कुल राशि 9 लाख 61 लाख में से ढाई लाख की राशि से मकान बना कर दिए जाएंगे।
पुनर्वास कॉलोनी में रहने वालों को मिलेंगी 25 प्रकार की सुविधाएं : नए भूमि अवाप्ति अधिनियम के अनुसार परमाणु बिजली घर बनने से विस्थापित होने वाले लोगों को पुनर्वास कॉलोनी में 25 प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। इसके तहत बेहतर आवास, सड़कें, सामुदायिक भवन, पार्क, खेल मैदान, बस स्टैंड, आंगनबाड़ी, स्कूल, ड्रेनेज, पेयजल, पशुओं के लिए पेयजल, चरागाह, उचित मूल्य की दुकान, पंचायत घर, पोस्ट ऑफिस, खाद -बीज रखने के लिए गोदाम, स्वास्थ्य केंद्र, सहित अन्य कई प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। जिससे कि हरियापाड़ा में बनने वाली आवासीय कॉलोनी में विस्थापित होने वाले लोग बेहतर ढंग से रह पाएंगे।