बीवी की हत्या पर सजायाब फरार पति आया पुलिस के गिरफ्त में
बांसवाड़ा | 10 वर्ष पूर्व बीवी की हत्या कर सजा होने के बाद पैरोल पर छूटने के दौरान फरार बांसवाड़ा जिले के अरथूना थानान्तर्गत आंजना पंचायत के महादेव का टांडा निवासी नटवरलाल पुलिस की गिरफ्त में आया। फरार होने के बाद पुलिस को चार वर्ष तक पुलिस को परेशां करने के बाद गिरफ्त में आया। इसकी गिरफ़्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक के द्वारा एक हजार का इनाम भी घोषित किया। बावजूद इसके फर्जी नाम से उदयपुर के भट्टियानी चौहट्टा में रह रहा होने से किसी को भनक तक नहीं लगी। आखिर जिले के गढ़ी थाना पुलिस को मामला सौंपने पर एक महीने मशक्कत के बाद अब गिरफ्तारी में सफलता मिली है।
इसे पकड़ने के लिए पुलिस के द्वारा एक विशेश टीम का गठन किया गया। गढ़ी थानाधिकारी गजेंद्रसिंह ने बताया कि करीबी इलाके का मूल निवासी होने से पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने उन्हें तलाश की जिम्मेदारी सौंपी। नटवर की करीब एक माह तक जानकारी ली। नंबर मालूम कर कॉल डिटेल्स से लोकेशन उदयपुर की मिली, तो वहां टीम भेजकर प्रयास किए गए। छानबीन से मालूम हुआ कि नटवर उदयपुर के भटियानी चौहट्टा स्थित एक होटल में डेढ़ वर्ष से वेटर का कार्य कर रहा है। जहाँ पर वो अपना नाम बदल कर रह रहा है जिस पर उसने अपना नया नाम ‘नरेंद्र’ रख लिया। जिसकी किसी को जानकारी नहीं थी। फिर पूरी तस्दीक करने के बाद अपनी टीम के साथ पहुंचकर उसे धरदबोचा गया।
टीम में सिंह के साथ हैडकांस्टेबल लोकेंद्र सिंह, एचसी प्रवीणसिंह, कांस्टेबल प्रवीण पाटीदार, प्रकाशचंद्र और दीपक कुमार भी शामिल थे।
10 वर्ष पूर्व की थी हत्या
एसपी तेजस्विनी गौतम के अनुसार अपराधी नटवरलाल ने उसकी पत्नी शकुंतला को दहेज के लालच में हत्या कर दी थी। जो की इस मामले में जुलाई 2010 को एडीजे फास्ट ट्रेक कोर्ट, बांसवाड़ा ने उसे दोषी करार दिया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई। जिसके बाद उसे केंद्रीय कारागर उदयपुर भेज दिया। सजा काट रहे नटवर ने 2015 में पारिवारिक परिस्थितियों का हवाला देकर 30 दिन की पेरोल मांगी। इस पर उसे 15 जून 2015 को 30 दिन पेरोल पर छोड़ा गया, लेकिन अवधि पूरी होने के बाद वह नहीं लौटा और फरार हो गया। इसे लेकर अधीक्षक केंद्रीय कारागार उदयपुर की ओर से सूरजपोल थाने में प्रकरण भी दर्ज कराया गया था, लेकिन पुलिस को धरपकड़ में कोई सफलता नहीं मिल पाई।
फरारी पर हाईकोर्ट ने लिया प्रसंज्ञान
नटवर की फरारी पर राजस्थान हाईकोर्ट, जयपुर ने प्रसंज्ञान लेकर उसके खिलाफ स्थाई वारंट जारी किया, साथ ही पुलिस को 22 अप्रैल,2019 तक गिरफ्तार करके पेश करने के आदेश दिए। इसके चलते आईजी स्तर से लेकर थाने-चौकियों तक सरगर्मी बढ़ी। पुलिस अधीक्षक बांसवाड़ा ने उसकी गिरफ्तारी पर एक हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया। इसके बाद अब गढ़ी पुलिस के प्रयास रंग लाए और नटवर उर्फ नरेंद्र को उदयपुर से गिरफ्तार किया गया।