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शहर में 9 जगह लीकेज, हजारों लीटर पीने का पानी व्यर्थ बह रहा, ऊंचाई वाले इलाकों में नहीं पहुंचता

Banswara
शहर में 9 जगह लीकेज, हजारों लीटर पीने का पानी व्यर्थ बह रहा, ऊंचाई वाले इलाकों में नहीं पहुंचता
@HelloBanswara - Banswara -

शहर के 20 हजार उपभाेक्ताओं काे पेयजल सप्लाई करने वाली पाइपलाइन में लीकेज से पानी की बर्बादी हाे रही है। जिसका सबसे बड़ा खामियाजा शहरवासी काे हाे रहा है। शहर के नई आबादी, माेहन काॅलाेनी, माही काॅलाेनी गेट नंबर 1, हेमू चाैराह, पाेस्ट ऑफिस, नया बस स्टैंड क्षेत्र, नबीपुरा, कालिका माता और कलेक्ट्रेट के पीछे लीकेज से राेज हजारों लीटर पानी बर्बाद हाे रहा है। इन लीकेज से जहां शहर की सड़कें खराब और गड्ढों में तब्दील हाे रही है। वहीं इस लीकेज से गंदगी पाइपलाइन में प्रवेश कर रही है। जिससे दूषित पानी पीने से लाेगाें के बीमार पड़ने का खतरा बना हुआ है। विभाग की ओर से इन लीकेज काे सुधारने का काम जरूर चल रहा है लेकिन ये काम धीमी गति से चलने के कारण सुधार समय पर पूरा नहीं हाे पा रहा है। इससे सड़काें पर फिल्टर प्लांट से तैयार शुद्ध पेयजल बर्बाद हाे रहा है। इस साल मानसून की बेरुखी के कारण अभी तक लगभग 450 एमएम बारिश हुई है। एेसे में पानी की बचत हमें गर्मी के दिनाें में पेयजल किल्लत से भी बचा सकती है।

लीकेज से नलों में कम प्रेशर की रहती है समस्या

पेयजल सप्लाई के लिए कागदी पिकअप से पानी लिया जाता है। जहां से यह पानी शहर के दाे बडे़ फिल्टर प्लांट से उच्च जलाशय की टंकी में भरा जाता है। जहां पर पीएचईडी नियमानुसार निश्चित समयावधि में पेयजल सप्लाई देता है। शहर की भौगोलिक परिस्थिति काे देखते हुए शहर के ऊंचाई पर बने मकानाें, मल्टी कॉॅम्प्लेक्स और फ्लैट पर पानी पहुंचाने के लिए पंप हाऊस से प्रेशर दिया जाता है। इस प्रेशर में लीकेज सबसे बड़ी समस्या बनती है। लीकेज के कारण पंप हाऊस से प्रेशर पूरा नहीं बन पाता है। इसके कारण जलदाय विभाग के साथ उपभाेक्ताओं काे भी परेशानी हाेती है। अंतिम छाेर पर बने मकानों में पानी पर्याप्त दबाव से नहीं पहुंचता है।


चालीस साल पुरानी पाइपलाइन से विभाग भी परेशान

विभाग के पास शहर में करीब 40 साल पुरानी पाइपलाइन बिछी हुई है। जिसमें गहराई में हाेने के कारण अक्सर ही लीकेज की शिकायत रहती है। वहीं नई पाइपलाइन बिछाने का प्रस्ताव रुरल डवलपमेंट के तहत लिया है। जिसमें आगामी दाे से तीन साल में पूरे शहर में आयरन डी-ऑक्साइड पाइपलाइन बिछाई जाएगी। तब तक लीकेज की समस्या ज्यादा रहेगी। एेसे में विभाग के पास इन लीकेज काे सुधारने पर फाेकस करना हाेगा।

^लीकेज काे सुधारने के लिए ठेकेदार काे निर्देश दिए है। सीसी सड़क हाेने के कारण लीकेज काे सुधारने की संख्या कम है। पाइपलाइन भी गहराई में है। जल्द ही सभी लीकेज काे सुधार लिया जाएगा। प्रहलाद साेमपुरा, जेईएन जलदाय विभाग (शहर)

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