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कुएं खोदने के नाम पर भ्रष्टाचार: 35 कुएं खोदने थे, 30 अधूरे छोड़ दिए कागजों में पूरे बताकर उठाए 90 लाख

Banswara
कुएं खोदने के नाम पर भ्रष्टाचार: 35 कुएं खोदने थे, 30 अधूरे छोड़ दिए कागजों में पूरे बताकर उठाए 90 लाख
@HelloBanswara - Banswara -

मनरेगा के तहत कुएं नलकूप की सरकार ने व्यवस्था की, लेकिन सिस्टम ने पानी देने की बजाय इसमें भ्रष्टाचार शुरू कर िदया। 6 साल में स्वीकृत हुए 35 कुओं की रकम पास भी हाे चुकी है, लेकिन वह किसी अाैर के पास पहुंच गए। नतीजा कुआं अधूरा पड़ा रह गया। ग्रामीण कुआं स्वीकृत हाेने के बावजूद गुजरात जाकर पानी भरने काे मजबूर हैं।

ग्रामीण इस भ्रष्टाचार के कारण पानी की बूंद-बूंद काे तरस गए हैं। वहीं पानी की कमी की वजह से खेती भी नहीं हाे पा रही है। उनका जीवन सिर्फ मक्का की फसल पर ही निर्भर रह गया है। सल्लोपाट ग्राम पंचायत में करीब 30 कुएं अधूरे हैं। एक कुएं की कीमत करीब 3 लाख रुपए है। इस मामले में सरपंच से बातचीत का प्रयास किया ताे फाेन नहीं उठा अाैर ग्राम विकास अधिकारी एक-दूसरे पर मामला टाल रहे हैं। साल के आठ माह रोजगार की तलाश में क्षेत्र के लोग पलायन कर रहे हैं।

पलायन मजबूरी क्योंकि... बिन कुओं व पानी के बंजर हो रही जमीनें

सल्लाेपाट पांच महुड़ा के वार्ड- 3 निवासी पूजा हाला का 6 साल पहले कुआं स्वीकृत हुअा। खाते में सिर्फ 20 हजार रुपए अाए। इसके अलावा एक ट्रक रेत अाैर 50 कट्टे सीमेंट िमला। उनकी जेब से ही 53 हजार रुपए खर्च हुए अाैर उनके खाते में काेई रुपए नहीं अाए, कुएं का काम अधूरा रह गया। दाे सरकारी नल है उसमें भी 15 मिनट पानी अाता है। पूजा हाला की पांच बीघा जमीन है जाे खेती के लायक है, लेकिन पानी की वजह से खेती नहीं हाे पाती है। अगर कुआं हाेता ताे 50 क्विंटल गेहूूं की खेती कर सकते थे। कोशिश करने पर पौधा कुछ िदनाें बाद सूख जाता है।

2016 के स्वीकृत अधूरे कुएं काे नए में दर्शा दिया

गुजरात में रहने वाले भातू पुत्र हीरा का राजस्थान में कुआं 2016 काे स्वीकृत हुअा। इसमें तर्क दिया कि उसका घर राजस्थान में भी है। इसके बाद कुएं का काम अधूरा छाेड़ िदया। अब उसी के नाम पर पिछले साल नया कुआं स्वीकृत कर िदया। उसका काम भी शुरू नहीं हुअा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस पुराने कुएं काे ही नए कुएं की खुदाई में दर्शा दिया है। क्योंकि भातू की रिश्तेदारी सरपंच के साथ बताई जा रही है।

सल्लोपाट में 2 माह पूर्व ही तैनाती हुई और 8 दिन पहले ट्रांसफर हाे गया है, इस कारण मैं कुछ नहीं बता सकता। -सतीश भावसार, पूर्व ग्राम विकास अधिकारी

अभी चार्ज पूर्व ग्राम पंचायत अधिकारी सतीश भावसार के पास ही है। हम सहयोगी के रूप में है और हमारी ताे 31 मई से पहले ट्रेनिंग पूरी करानी है विभाग काे। -सतीश कटारा, ग्राम विकास अधिकारी

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