3 सेक्टर में फायदा - लखपति दीदी की संख्या बढ़ेगी, नए पीएम आवास की स्वीकृति मिलेगी, बांसवाड़ा में पर्यटन बढ़ेगा
केंद्र सरकार ने गुरुवार को अंतरिम बजट पेश किया। आम आदमी को इनकम टैक्स में कोई राहत नहीं मिली है। हालांकि देखा जाए तो लखपति दीदी, पीएम आवास योजना व पर्यटन के क्षेत्र में काम हो सकेगा। इसका फायदा वागड़ के दोनों जिलों बांसवाड़ा व डूंगरपुर को होगा, क्योंकि यहां पर पीएम आवास योजना पर सबसे ज्यादा फोकस रहता है। सबसे अधिक महिलाएं यहां पर स्वयं सहायता समूह से जुड़ी है। दूसरी तरफ बांसवाड़ा व डूंगरपुर दोनों जिलों में पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं। इस योजना के तहत अब तक 3 करोड़ घर बनाए जा चुके हैं।
इस बार 2 करोड़ नए घर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। बांसवाड़ा जिले की बात करें तो साल 2016 से अब तक 1.86 लाख पीएम आवास बन चुके हैं। यानि हर साल औसतन 23 हजार 250 आवास तैयार हो रहे हैं। अब देश भर में दो करोड़ नये घर बनाने के लक्ष्य से डूंगरपुर व बांसवाड़ा जिलों को हजारों की संख्या में पीएम आवास को स्वीकृति मिलेगी। खासतौर पर अब तक इस योजना से वंचित रहे ग्रामीण के लिए फायदा होगा। वही पीएम आवास शहरी योजना के लिए नई स्कीम मिल सकती है। प्रदेश के पर्यटन स्थलों के विकास के लिए केंद्र सरकार बिना ब्याज का कर्ज देगी। प्रदेश को इससे बड़ा फायदा मिलेगा। राजस्थान में पर्यटन एक बड़ा सेक्टर है, पर्यटन स्थलों के विकास के लिए फंड उपलब्ध होगा। बांसवाड़ा व डूंगरपुर में पर्यटन स्थल के विकास की काफी गुंजाइश है, लेकिन अब तक यहां पर पर्यटन सेक्टर में कोई खास काम नहीं हो पाया है। यदि अंतरिम बजट के अनुरुप डूंगरपुर व बांसवाड़ा को इसका फायदा मिलता है तो यहां के बेणेश्वर धाम से लेकर माही बांध, टापू क्षेत्र, पहाड़ी एरिया होने से टूरिज्म विकसित करने की संभावनाएं काफी अधिक है।
देश भर में करीब 1 करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बनीं हैं। अब 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है। लखपति दीदी योजना की शुरुआत 15 अगस्त 2023 को हुई थी। इसके माध्यम से स्वयं सहायता समूह से जुड़ी भारत की 2 करोड़ महिलाओं को जॉब देने के लिए ट्रेंड किया जाएगा। बांसवाड़ा जिले की बात करें तो यहां पर यहां पर राजीविका में 2.31 लाख महिलाएं जुड़ी है, यह सभी महिलाएं स्वयं सहायता से लोन लेकर अपने काम करती है। बांसवाड़ा जिले में 19281 समूह है। आर्थिक रूप से सशक्त बनने की तरफ अपने प्रयास कर रही है। इस योजना का फायदा बांसवाड़ा व डूंगरपुर दोनों जिलों को होगा। पशुपालन, दूध डेयरी व किराना के जरिये महिला वर्ग लखपति बनाने की दिशा में काम होगा।