प्रेमी ने लिव-इन पार्टनर की हत्या कर शव दफनाया:5 महीने से साथ रह रहे थे, दोनों में विवाद हो गया था; JCB से बॉडी निकाली

बांसवाड़ा में प्रेमी ने लिव-इन पार्टनर की हत्या कर शव को दफना दिया। पुलिस को गुमराह करने के लिए बोला- सुसाइड कर लिया था। पुलिस ने जेसीबी से युवती के शव को जमीन से बाहर निकलवाया। गले पर रस्सी के निशान नहीं मिले। मामला घाटोल इलाके के गर्णावट गांव का है। पुलिस ने युवक को डिटेन कर लिया है।
एसएचओ प्रवीण सिंह ने बताया- शनिवार सुबह 9 बजे इलाके के झरकनिया गांव निवासी लालशंकर निनामा थाने पहुंचा। उसने बताया कि उसकी बेटी बिपाशा (19) पांच महीने से गायब है। जानकारी की तो पता चला कि वह नजदीकी गांव गर्णावट के युवक प्रदीप (22) के साथ लिव-इन में रह रही थी।

परिचित ने पिता को बताया- बेटी 2-3 दिन से दिखी नहीं एसएचओ प्रवीण सिंह ने कहा- गर्णावट गांव के कुछ परिचित लोगों ने लालशंकर निनामा को बताया कि बिपाशा 2-3 दिन से नजर नहीं आ रही है। प्रदीप ने मेरी बेटी की हत्या कर दी है।
लालशंकर की ओर से रिपोर्ट दर्ज किए जाने के बाद थाने से पुलिस टीम गर्णावट गांव पहुंची। वहां प्रदीप के घर दबिश देकर आरोपी को डिटेन कर लिया। घर की तलाशी ली, लेकिन बिपाशा नहीं मिली। बिपाशा के बारे में पूछा तो गुमराह करने लगा।
थाने लाकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि 20 मई को उसका बिपाशा के साथ झगड़ा हुआ था। झगड़े के बाद देर रात बिपाशा ने घर में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। डर से शव को उतारा और खेत में ले जाकर दफना दिया।

खेत में गड्ढा खोदकर निकाला शव आरोपी के कबूलनामे के बाद शनिवार सुबह 11.30 बजे पुलिस मौके पर पहुंची। एसडीएम की मौजूदगी में आरोपी की निशानदेही पर खेत में एक जगह गड्ढा खोदा गया। बिपाशा की लाश गड्ढे से निकाली गई। मौके पर मौजूद FSL टीम ने शव की जांच की। टीम ने कहा कि गले पर रस्सी या दुपट्टे के निशान नहीं है।
टीम ने शक जताया कि हो सकता है कि प्रदीप ने लड़की को गला दबाकर मार डाला हो, इसके बाद शव को खेत में दफनाया हो।
बिपाशा के पिता ने प्रदीप के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करा दिया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बांसवाड़ा जिला अस्पताल भिजवाया गया। इस दौरान लड़की पक्ष के लोग आक्रोशित हो गए और वाहन को रोकने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें समझाकर शांत कराया।

5 महीने से लिव-इन में रह रहे थे एसएचओ प्रवीण सिंह ने बताया- प्रदीप दिसंबर 2024 में लालशंकर की बेटी बिपाशा को लेकर भाग गया था। दोनों पहले उदयपुर रहे। इसके बाद 23 अप्रैल को प्रदीप बिपाशा को लेकर अपने गांव गर्णावट आया। यहां वे परिवार के साथ लिव-इन में रहने लगे थे।
बिपाशा लालशंकर के 12 बेटे-बेटियों में 10वें नंबर की थी। वह दसवीं तक पढ़ी थी।
कंटेंट- राहुल शर्मा, घाटोल।
