पुड़िया बना नशेड़ियों को बेचती थी 6 बहनें, 4 गिरफ्तार, 50 लाख की ब्राउन शुगर जब्त
- 186.4 ग्राम ब्राउन शुगर मिली, आरोपियों की 2 कार व बाइक भी जब्त
शहर की इंदिरा कॉलोनी के एक रिहायशी मकान से पुलिस ने 186.4 ग्राम ब्राउन शुगर की बड़ी खेप बरामद की है। जिसकी बाजार कीमत 50 लाख से भी अधिक आंकी जा रही है। ब्राउन शुगर प्रतापगढ़ से मंगवाई थी। यहां इसकी छोटी-छोटी पुड़ियां बनाकर शहर के अलावा गढ़ी और प्रतापगढ़ में युवाओं तक पहुंचाई जा रही थी।
इस ड्रग रैकेट में 6 सगी बहनें और हिस्ट्रीशीटर भाई शामिल है। रेड के दौरान ब्राउन शुगर को पुड़ियों में पैक करते हुए जीनत खान, अंजुम, कायनात व तबस्सुम खान को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि मल्लिका, परवीन व भाई अली खान फरार है। पुलिस ने सप्लाई में इस्तेमाल दो कार और एक बाइक भी जब्त की है।
दरअसल, पुलिस को मुखबिरी मिली थी इंदिरा कॉलोनी की 36 वर्षीय जीनत खान पुत्री सलीम अहमद उसकी बहनों, 31 वर्षीय अंजुम पत्नी समीर खान, 23 वर्षीय कायनात और तब्बसुम पत्नी जावेद खान के साथ मिलकर प्रतापगढ़ से ब्राउन शुगर की बड़ी खेप मंगवाई है, जिसे जीनत के मकान में पुड़ियों में पैकिंग कर रही है। अगर रेड की जाए तो मौके से भारी मात्रा में ब्राउन शुगर बरामद हो सकती है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी सूर्यवीरसिंह के सुपरविजन में 11 पुलिस कर्मियों की टीम बनाई। टीम रेड करने के लिए जीनत के घर पहुंची। पुलिस जाब्ता आते देख तब्बसुम दौड़कर घर में भागी और दरवाजा बंद करने लगी। लेकिन टीम में शामिल महिला पुलिस कर्मियों ने तब्बसुम को पकड़ लिया। भीतर हॉल में टीम पहुंची तो जीनत, अंजुम और कायनात पुड़ियों में ब्राउन शुगर पैकिंग कर रही थी।
पूछताछ में चारों बहनों ने खुलासा किया कि ब्राउन शुगर की पुड़िया बांसवाड़ा शहर के अलावा परतापुर, गढ़ी क्षेत्र में भी पहुंचाई जाती थी। राजतालाब थानाप्रभारी रामरूप मीणा ने बताया कि इन क्षेत्रों में इन नशे की पुड़ियों की सप्लाई और बिक्री का काम मल्लिका, परवीन और अली खान संभाल रहे थे। पुलिस ने अन्य सप्लायरों के बारे में भी जानकारी जुटाई है जिनकी धरपकड़ के लिए दबिशें दी जा रही है। डीएसपी सूर्यवीरसिंह ने बताया कि सीएलजी की बैठक में शहर में ड्रग्स सप्लाई के मामले बढ़ने को लेकर सदस्यों ने मुद्दा उठाया था। इसके बाद से पुलिस ने प्लान बनाया।
क्योंकि, आरोपी बहनों का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। हमने मुखबिर लगाकर 60 दिनों तक नजर रखी। महिलाओं पर कोई संदेह नहीं करता, इसलिए इसका फायदा उठाकर ये ड्रग्स खरीद रही थी। आरोपी महिलाएं थीं, इसलिए हमने पहले सबूत जुटाए। खरीदारों के बारे में भी पता किया। पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद रेड की गई।
प्रतापगढ़ के आसिफ ने की थी सप्लाई, खरीदारों की भी सूची बना रही पुलिस, जल्द ही शुरू होगी धरपकड़ ब्राउन शुगर की इतनी बड़ी खेप की सप्लाई प्रतापगढ़ के आसिफ नाम के युवक ने दी थी। पुलिस आरोपी बहनों से ड्रग तस्करी में शामिल पूरे रैकेट का पता करने में जुटी है। पुलिस इनसे खरीदने वाले नशेड़ियों की भी सूची बना रही है। पुलिस इनके खरीदारों और साथ ही नशेड़ियों के खिलाफ भी अभियान चलाकर धरपकड़ करेगी।
फिलहाल फरार दो बहनों और हिस्ट्रीशीटर भाई की तलाश की जा रही है। एनडीपीएस एक्ट के मुताबिक मादक पदार्थों की मात्रा के तीन तरह की होती है। इसमें स्मॉल, मीडियम और कॉमर्शियल। कॉमर्शियल में 50 ग्राम या इससे अधिक मात्रा होती है। आरोपियों के पास जितनी मात्रा में ब्राउन शुगर मिली है वह कॉमर्शियल मात्रा है। इस पर 20 साल की सजा और 3 लाख जुर्माने का प्रावधान है।