परिजन बेटी को ससुराल छोड़ने आए तो दोनों पक्षों के बीच रात को विवाद
गांव में शनिवार शाम 7 बजे मुख्य मार्ग पर हंगामा हो गया। दरअसल पिछले साल भर से पति पत्नी के बीच विवाद के कारण महिला के पीहर पक्ष के लोग वाहनों में सवार होकर बेटी को ससुराल छोड़ने आए। इसी दौरान दोनों परिवारों के बीच विवाद हो गया। मामला हाथापाई और गाली गलौच तक पहुंच गया। जानकारी से सदर थाने से हैड कांस्टेबल दशरथसिंह और कांस्टेबल कमल सिंह पहुंचे और समझाइश की कोशिश की, पर मामला और बिगड़ गया। थानाधिकारी सचिन कुमार ने सख्ती दिखाते हुए भीड़ को हटाया। जानकारी के अनुसार चिड़ियावासा निवासी प्रीतेश कलाल पुत्र बंसी लाल कलाल की शादी दो साल पूर्व बांसवाड़ा प्रगति नगर निवासी भूमिका पुत्री रमेश कलाल से हुई थी। पिछले एक साल से दोनों के बीच अनबन के कारण भूमिका अपने पीहर थी। शनिवार को उसे वापस छोड़ने आए थे। पुलिस ने भी समझाइश करने की कोशिश की पर कोई मामला नही सुलझने पर बांसवाड़ा से बेटी को लेकर आए परिजनों को थाने में आकर कानूनी कार्यवाही की बात कही। परिजन माने और अपनी बेटी भूमिका को लेकर पुलिस के साथ सदर थाना पहुंचे। दोनों पक्षों ने सदर थाने में अपनी-अपनी रिपोर्ट दी। भूमिका पुत्री रमेश कलाल ने बताया कि सुसराल वाले और पति उसे रहने नहीं दे रहे हैं। कई बार माता पिता रखने आए और सामाजिक स्तर पर कोशिश भी की। शनिवार को रखने आए तो घर से मुझे बेदखल कर दिया। इधर दूसरे पक्ष से बंसी लाल पुत्र अमरजी कलाल ने रिपोर्ट में बताया कि अचानक 10 से 15 लोग घर में घुसकर तोड़फोड़ करने लगे और हंगामा कर दिया। मेरी पुत्र वधु को रखने आने के दौरान उसके बांसवाड़ा निवासी परिजन सबने मिलकर हंगामा करके हमारे परिवार और मेरे बेटे प्रीतेश मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी।