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बीमार पत्नी को लेकर अस्पतालों में घूमता रहा, इलाज नहीं मिलने से मौत

Banswara
बीमार पत्नी को लेकर अस्पतालों में घूमता रहा, इलाज नहीं मिलने से मौत
@HelloBanswara - Banswara -

जिले की बड़गांव ग्राम पंचायत के सेमिलया गांव में 45 वर्षीय महिला को बांसवाड़ा, उदयपुर, दाहोद, बड़ौदा कहीं पर भी समय से इलाज नहीं मिला। इससे उसकी मौत हो गई। महिला को जी घबराने और चक्कर आने की शिकायत थी।

दरअसल, 45 वर्षीय पुष्पा देवी पंड्या पत्नी राजेन्द्र पंड्या का 16 मई को अचानक जी घबराने के बाद चक्कर आने पर पति राजेन्द्र पंड्या उसे एमजी अस्पताल लेकर आए, जहां से रैफर कर दिया गया। इसके बाद राजेंद्र उनकी पत्नी पुष्पा को लेकर गुजरात के दाहोद, फिर बड़ौदा लेकर गए, लेकिन वहां भी इलाज नहीं मिला। इस पर वे महाराणा भूपाल अस्पताल उदयपुर पहुंचे। राजेंद्र ने बताया कि उदयपुर में भी पहले तो कोरोना में सभी डॉक्टरों के व्यस्त होने का बहना कर दिया, लेकिन कुछ मिन्नतों के बाद उसे भर्ती कर लिया गया। डॉक्टरों ने इलाज करने से पहले पुष्पा की कोरोना जांच कराई। जिसकी रिपोर्ट आती उससे पहले ही पुष्पा की मौत हो गई। इसके बाद रिपोर्ट निगेटिव आई। राजेंद्र ने बताया कि यदि उसकी पत्नी को समय से इलाज मिलता तो उसकी जान बच जाती। राजेंद्र ने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी की मौत 17 मई को सुबह 4 बजे हो गई थी। इसके बाद उसकी कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बावजूद 28 घंटे तक डॉक्टरों ने उसे शव नहीं सौंपा। डॉक्टरों ने पुष्पा के साथ राजेंद्र, उसकी पुत्रवधु संतोष की भी कोरोना जांच की थी। वो रिपोर्ट भी निगेटिव ही आई। डॉक्टरों ने उन्हें 18 मई को पुष्पा का शव पैककर सौंपा। राजेन्द्र पंड्या ने आरोप लगाया कि कोरोना संक्रमण के नाम पर अस्पताल में समय पर उपचार नहीं किया गया। इसी वजह से उसकी पत्नी की मौत हुई है।

कार्रवाई के अादेश, फिर भी इलाज नहीं कर रहे अस्पताल
कोरोना संक्रमण काल में अस्पतालों में सामान्य मरीजों को इलाज से इनकार नहीं किया जा सकता है। यदि कोई डॉक्टर ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश हैं। इस संबंध में पिछले दिनों वीसी में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि अस्पतालों में कोरोना के कारण नियमित रोगियों को समुचित उपचार सुविधा उपलब्ध नहीं होने की शिकायतें सामने आई हैं। सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है और कई अस्पतालों को नोटिस भी दिया है। उन्हाेंने कहा कि डॉक्टर संकट की इस घड़ी में अपनी नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी निभाएं, अन्यथा सरकार सख्ती से कार्रवाई करेगी। इस संबंध में सभी जिलों के सीएमएचओ और पीएमओ को भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

सोने के झुमके सहित डायमंड युक्त अंगूठी भी पहनी थी, जब शव को देखा तो कुछ नहीं था
मृतक पुष्पादेवी पंड्या के पति राजेंद्र पंड्या ने बताया कि उदयपुर महाराणा भूपाल अस्पताल में पत्नी की मौत के बाद शव को पूर्ण रूप से पैक करके दिया गया। साथ ही अस्पताल प्रबंधन ने शव नहीं खोलने की हिदायत दी। अंतिम संस्कार के समय थोड़ी पैकिंग हटाकर देखने का प्रयास किया तो मृतक पुष्पा के कानों की सोने की झुमकियां, पैरों के चांदी पायजब, हाथ की अंगुली में चांदी डायमंड युक्त अंगूठी, पैरों की अंगुलियों में चांदी के पायजेब सहित लगभग 50 हजार रुपए की ज्वैलरी भी गायब थी।

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