हाइवे उपद्रव के दो बाल अपचारी क्वारेंटाइन सेंटर से भागे, पहले ही साजिश रचने की आशंका
हाइवे उपद्रव में 10 बच्चों के साथ किए गए थे डिटेन, दो गार्ड होने के बाद भी भागने पर उठे कई सवाल
हाइवे पर हुए उपद्रव मामले में सदर पुलिस की ओर से डिटेन किए गए दो बाल अपचारी सोमवार सुबह करीब 5.30 बजे तीजवड़ स्थित क्वारेंटाइन सेंटर से भाग गए हैं। दोनों अपचारी गार्ड को चकमा देेकर सीढिय़ों के रास्ते छत पर पहुंचे और यहां से पीछे दीवार की खिड़की के छज्जे से होकर नीचे कूदे और फरार हो गए। बाल संप्रेक्षण गृह अधीक्षक ने सदर थाने में दोनों अपचारियों के भागने की एफआर दर्ज करा दी है। पुलिस इनके घर भी पहुंची लेकिन वे नहीं मिले। बाल संप्रेक्षण गृह अधीक्षक लोहित आमेटा के अनुसार सदर थाना पुलिस ने 2 अक्टूबर को हाइवे उपद्रव में शामिल 10 बाल अपचारियों को डिटेन करने के बाद तिजवड़ स्थित बाल संप्रेक्षण गृह भेजा था। इन अपचारियों काे बाल संप्रेक्षण गृह में रखने से पूर्व, इनको पास ही बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर पर कोविड-19 गाइडलाइन के चलते आगामी 14 दिन के लिए रखा गया था।
3 अक्टूबर को सभी अपचारियों की कोरोना जांच के मेडिकल टीम ने यहां आकर सैंपल लिए थे। 6 अक्टूबर को सभी की रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी। अभी क्वारेंटाइन सेंटर पर कुल 15 अपचारी है। इन अपचारियों को एक बड़े हॉल में रखा गया है। अपचारियों की निगरानी के लिए यहां होम गार्ड के दो जवान विपिन पाटीदार और रमेश की ड्यूटी लगी है। अधीक्षक ने बताया कि जैसा कि उनको गार्ड ने जानकारी दी कि सुबह करीब 5.30 बजे दोनों अपचारियों ने बाथरूम जाने की इच्छा जताई थी।
गार्ड उनको बाथरूम लेकर आया। नित्य कर्म के बाद दोनों बाहर आ गए लेकिन उस समय गार्ड नित्यकर्म के चलते अंदर ही था। इसी बात का दोनों ने फायदा उठाया और वहां से करीब 20 मीटर दूरी पर सीढिय़ों से छत पर पहुंच गए। छत पर पहुंचने के बाद दोनों अपचारी पिछली दीवार की खिड़की के छज्जे से होते हुए नीचे कूदकर भाग गए। जब तक गार्ड बाथरूम से निकलकर बाहर आया और हॉल में पहुंचकर अपचारियों के भागने का पता चला, तब तक अपचारी फरार हो चुके थे। गार्ड के अनुसार उनके द्वारा अपचारियों को खोजने का प्रयास किया लेकिन उनका कोई पता नहीं चला।
गार्ड ने घटना की सूचना तत्काल क्वारेंटाइन सेंटर के नोडल अधिकारी हर्षवद्र्धन द्विवेदी व अधीक्षक लोहित आमेटा को दी। दोनों अधिकारी क्वारेंटाइन सेंटर पहुंचे और सदर थाना पुलिस को घटना से अवगत कराते हुए अपचारियों के खिलाफ भागने का आपराधिक मामला दर्ज कराया।
सीढिय़ों का छत पर नहीं है दरवाजा, ऊपर जाने का रास्ता कंटीली झाडिय़ों से किया है बंद
तीजवड़ में बाल संप्रेक्षण गृह के पास स्थित सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के गर्ल्स हॉस्टल को अपचारियों के लिए 13 मई से क्वारेंटाइन सेंटर व्यवस्थित किया गया है। अपचारी जिन सीढिय़ों से छत पर पहुंचे थे, उन सीढिय़ों में छत पर दरवाजा नहीं हैं। छत पर आना-जाना बंद करने के लिए सीढिय़ों के बीच में लकड़ी का पुराना पलंग और कुछ कंटीली झाडिय़ां रखी गई हैं। यह झाडिय़ां सीढिय़ों के बीच में मोड़ पर रखी गई है। जबकि छत का दरवाजा पूरी तरह से खुला हुआ है। इससे कोई छोटा बच्चा भी आधी सीढिय़ों तक पहुंचने के बाद रेलिंग पर चढ़कर आसानी से छत के दरवाजे तक पहुंच सकता है।