सरपंच ने सोने की चेन 50 हजार में गिरवी रखकर और 11 क्विंटल गेहूं बेचकर जरूरतमंदों के लिए राशि जुटाई
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देशभर में लाॅकडाउन के कारण गरीबों और जरूरतमंदों को खाने पीने का संकट पैदा हो गया है। एेसे में ग्रामीण क्षेत्र के दूरदराज इलाके में कई लोग भूखे सो रहे हैं। लेकिन इस बीच पंचायत समिति बांसवाड़ा की ग्राम पंचायत सागवाड़िया के सरपंच करण डामोर ने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए सोने की चेन 50 हजार रुपए में गिरवी रख दी और रबी की सीजन में हुए 11 क्विंटल 20 किलो गेहूं बेच दिए। सरपंच ने इन 68 हजार रुपए से राशन सामग्री खरीदकर सागवाड़िया, नवागांव, लीमथान, गणाऊ, झूपेल, सामरिया गांव में जाकर गरीब, दिव्यांग, विधवा, बुजुर्ग जरूरतमंदों तक पहुंचाकर सेवा की मिसाल पेश की है। सरपंच करण डामोर ने बताया कि सागवाड़िया समेत आसपास के गांवों मंे दिहाड़ी मजदूरी कर भरण पोषण करने वाले परिवारों के सामने लॉकडाउन से रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। क्षेत्र में विधवा, बुजुर्ग और दिव्यांगों तक फिलहाल केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कोई मदद नहीं पहुंची है। ऐसे में इन लोगों को राहत देने की मेने ठानी। मेरे पास भी फिलहाल कोई नकद राशि नहीं थी। फिर मेने अपनी पांच तौले की सोने की चेन गिरवी रखकर शहर के बैंक से गोल्ड लोन लिया। साथ ही इस सीजन में जो 11 क्विंटल 20 किलो गेहूं हुए, वे बेच दिए। लोन के 50 हजार और गेहूं बेचने से प्राप्त 18 हजार कुल 68 हजार रुपए से राशन सामग्री खरीदी। इसके बाद गांवों मंे जरूरतमंदों तक पहुंचा रहा हूं ताकि कोई भूखा ना रहे।
लैम्पस से गेहूं मिल रहे, इसे छोड़कर किराणा सामान पहुंचा रहा: सरपंच ने बताया कि 1 अप्रैल से राशन का गेहूं मिल रहा है। इसे छोड़कर किराणा सामान इन जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचा रहा हूं। शुक्रवार को नवागांव में 12 जरूरतमंद परिवारों तक राशन सामग्री पहुंचाई।