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दाे स्कूलाें का ताला ही 7.30 के बाद खुला, 8.50 बजे आई प्रधानाचार्य ने कहा- गरबे खेले इसलिए देर से उठी

Banswara
दाे स्कूलाें का ताला ही 7.30 के बाद खुला, 8.50 बजे आई प्रधानाचार्य ने कहा- गरबे खेले इसलिए देर से उठी
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By Bhaskar

भास्कर टीम ने शिक्षा का हाल जानने के लिए साेमवार को जिले की 10 स्कूलों में एक ही समय पर पड़ताल की। इस दाैरान पढ़ाई और भौतिक सुविधाओं की समस्या तो अपनी जगह, लेकिन सबसे बड़ी और गंभीर समस्या स्कूलाें के समय पर नहीं खुलने और लेटलतीफी की सामने आई। इन स्कूलों में कुल 114 शिक्षक थे। इनमें 51 समय पर स्कूल आये। 14 अवकाश पर थे। 49 शिक्षक देरी से पहुंचे।

राबाउप्रावि मोहन कॉलोनी और राउप्रावि टीबूडा नया तालाब में गेट का ताला ही 7.30 बजे बाद खुला। नूतन उमावि में संस्थाप्रधान काे स्कूल में भास्कर टीम के आने का पता चला ताे कहा-हाफ डे छुट्टी पर हूं। बड़गांव स्थित राउमावि, राबाउप्रावि मोहन कॉलोनी, राउमावि माकोद में संस्थाप्रधान ही देरी से पहुंचे। राउप्रावि टीबूडा नया तालाब के संस्थाप्रधान डाक देने जाने का तर्क देकर स्कूल ही नहीं आये। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों दाेनाें में एक जैसी स्थिति नजर आई। राउमावि मसोटिया में स्थिति अच्छी नजर आई। यहां सभी शिक्षक समय पर आये। यहां 417 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, लेकिन व्याख्याता का पद रिक्त होने से समस्या बढ़ गई है। संस्थाप्रधान ब्रह्मदत्त जोशी ने बताया कि एक व्याख्याता कार्यरत थे उनका भी दूसरी जगह स्थानांतरण हो गया है। ऐसे में परेशानियां बढ़ गई हैं। प्रदेश में मंगलवार से स्कूलों का समय बदलेगा। अब रोजाना सुबह 10 से शाम 4 बजे तक स्कूलों का समय रहेगा।

नूतन उमावि- संस्थाप्रधान को आने में हुई देर, बोला हाफ डे छुट्टी पर हूं : समय सुबह 7 बजे का था। ठीक 14 मिनट पहले पहुंचे चतुर्थश्रेणी कर्मचारी ने गेट खोला। तब दो अध्यापक स्कूल पहुंचे। 3 मिनट पहले एक अन्य शिक्षक आया। इनके बाद देरी से आने का क्रम 8.40 तक जारी रहा। भास्कर रिपोर्टर के स्कूल में आने की सूचना अन्य शिक्षकों ने संस्थाप्रधान को फोन पर दी, तब संस्थाप्रधान दीपिका राव ने कुछ देर में आने की सूचना दी, लेकिन समय अधिक होने लगा तो उन्होंने बता दिया कि वो आज हाफ डे पर हैं। इसकी पहले से कोई सूचना नहीं थी। एक शिक्षक ने बताया कि संस्थाप्रधान लेट आती हैं क्योंकि दो पारी चलानी पड़ती हैं। यहां कुल 36 शिक्षक कार्यरत हैं। इनमें से 23 देरी से पहुंचे। 5 शिक्षक छुट्टी पर होना बताया। लेट के कारण पर शिक्षक बाेले आज ही देर हुई हैं, रोज समय पर आते हैं। कुछ सूत्रों ने बताया कि स्कूल में 2 से 3 शिक्षक तो ऐसे हैं जो स्कूल में ज्वाइन हुए तब से कभी समय पर नहीं आए, हमेशा 8 बजे बाद ही स्कूल में उपस्थिति दी है। राउमावि बड़गांव- 15 में से 8 शिक्षक ही समय पर पहुंचे : चिड़ियावासा. सुबह 7.30 बजे बड़गांव स्थित राउमावि में मात्र 8 शिक्षक ही पहुंचे थे, जबकि कुल 15 शिक्षक कार्यरत हैं। अध्यापक महेंद्रपाल 5 मिनट, कीर्तिश दोसी 8 मिनट, हेमलता शाह 8 मिनट, रोशन व्यास 10 मिनट और सुखमुन्ना राव 13 मिनट देरी से पहुंचे। 7.35 पर प्रार्थना सभा होनी है, लेकिन 7.45 तक बच्चे चटाई बिछाते ही नजर आए। स्कूल की संस्थाप्रधान गायत्री स्वर्णकार स्वयं आधे घंटे देरी से पहुंची। उन्होंने बताया कि वो स्कूल के अन्य शिक्षक कुलदीप को लेकर रास्ते में डांगपाड़ा उप्रावि स्कूल का निरीक्षण करने रुक गई थी। उन्होंने बताया कि जो स्टाफ देरी से आया है उन्हें नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।राउप्रावि सेमलिया- 4 शिक्षक देर से आए बताए कई कारणसेमलिया स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में कुल 7 का स्टाफ है। मात्र संस्थाप्रधान सहित 3 स्टाफ ही समय पर पहुंचा था। अन्य शिक्षकों के देर से आने पर संस्थाप्रधान जयेश दोसी ने बताया कि शारीरिक शिक्षक खेलकूद प्रतियोगिताओं में गए हैं, दीपिका व्यास बड़गांव सी.सैकंडरी स्कूल में काम पर जाने के कारण देर से आएगी, वहीं अन्य शिक्षिका ज्योति गर्भवती है, जो रास्ते में ही है। शिक्षक दिनेश चन्द्र बीएलओ का कार्य कर रहे हैं जिस कारण कहीं रुक गए होंगे।राउमावि माकोद- नहीं मिला बच्चों को पोषाहार : माकोद सीनियर स्कूल में 15 में से 8 ही मौजूद थे। यहां तक की संस्थाप्रधान शिवशंकर वैष्णव खुद 8 बजे तक नहीं पहुंचे थे। जिन्होंने रास्ते में स्कूलों की जांच करते हुए आना बताया। इसके अलावा शिक्षिका प्रियंका जोशी आधे दिन की सीएल, लक्षेश भट्ट अवकाश पर, शिक्षिका लता कुंवर मेडिकल, शिक्षिका पल्लवी आधे दिन की सीएल पर होने की जानकारी। यहां बच्चों को पोषाहार का वितरण नहीं किया गया। समाजसेवी किशनलाल निनामा और अभिभावक संघ के मानसिंह ने बताया की पोषाहार की यहां आए दिन समस्या बनी रहती है। संस्था प्रधान शिवशंकर खाना बनाने वाली कुक कम हेल्पर के नहीं आने के कारण परेशानी होती है, जिसकी कई बार कलेक्टर को शिकायत कर चुके हैं। वहीं, झातला खुर्द प्राथमिक विद्यालय में 42 बच्चों में महज 22 ही उपस्थित रहे। यहां दो स्टाफ हैं, जिसमें संस्थाप्रधान विनोद जैन उपस्थित रहे और शिक्षिका अरुण जोशी अवकाश पर रही। स्कूलों में शिक्षक नहीं बच्चे करते रहे इंतजार कि कोई आए और ताला खोले। 

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