साबला हरिमंदिर में साद समाज ने सांकेतिक रूप से मनाई माव जयंती
माघ शुक्ल एकादशी मंगलवार को आलौकिक संत मावजी महाराज की जयंती साद समाज वागड चौखला ने साबला हरिमंदिर में पीठाधीश्वर महंत अच्यूतानंद महाराज की पावन निश्रा में कोविड 19 की गाइडलाइन की पालना करते हुए सांकेतिक रूप से मनाई। मावजी महाराज की जन्म स्थली साबला में उनके निवास स्थल पर समाज द्वारा पूजा अर्चना व श्रीफल हवन कर ध्वजारोहण किया।पूजा व हवन का लाभ नारायण लाल साद एवं परिवार ने लिया। पूजन के बाद गर्भगृह में केसरपूजा व अभिषेक किया गया।
जिसके पास गुरु का उपदेश नहीं उसका कहीं ठिकाना नहीं : बेणेश्वर पीठाधीश्वर महंत अच्युतानंद महाराज ने धर्म सभा में अपने प्रवचन के माध्यम से गुरु की विवेचना करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति के पास गुरु की वाणी नही है, गुरु के शब्द नही है, गुरु का उपदेश नही है, वह व्यक्ति गुरुमुखी नहीं होता है।जिस व्यक्ति गुरु की वाणी, उपदेश, शब्द की पहचान नही है उस व्यक्ति का कहीं ठिकाना नहीं रहता है।
आज के परिपेक्ष्य में समाज मे व्याप्त विकृतियों को भुलाने की आवश्यकता है। समाज संगठित रहे तो हर कार्य आसान हो जाता है। धर्म सभा पश्चात महाआरती व महाप्रसाद हुआ। महाआरती का लाभ सुनील साद एवं परिवार ने लिया। इस अवसर पर नारायणलाल साथ, सुरेश चन्द्र साद, रामदास साद, गिरधारी साद, नारायणलाल टोटवासा, देवीलाल साद, कमलेश साद, पुरणदास, दशरथ, मुरलीदास सहित समाजजन मावभक्त उपस्थित रहे।