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बिल में राशि ज्यादा आने का हवाला देते हुए बिजली कार्यालय में हंगामा

Banswara
बिल में राशि ज्यादा आने का हवाला देते हुए बिजली कार्यालय में हंगामा
@HelloBanswara - Banswara -

इन दिनों बिजली विभाग के कार्यालय के बाहर लगातार बिजली उपभोक्ताओं की भीड़ देखी जा रही है। बढ़े हुई बिल को लेकर लगातार हंगामा भी किया जा रहा है। इसी तरह गुरुवार को भी सिटी प्रथम एईएन ऑफिस में वार्ड 49 और 50 के स्थानीय लोगों के साथ पार्षद भी पहुंचे और जमकर हंगामा किया। लोगों का आरोप है की बिजली विभाग की लापरवाही के चलते बिजली में इस बार ज्यादा बढ़ोतरी हो गई है। पहले कभी भी इतना बिल नहीं आया जितना इस बार आया है। जिसको लेकर उपभोक्ताओं ने कार्यालय पर जमकर हंगामा किया।

वहीं एईएन सुनिल पंड्या ने बताया की बिलों में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। इस बार बिजली दर की बढ़ोतरी और अन्य चार्ज बढ़े होने के कारण लोगों को बिल ज्यादा लगा रहा है। यह बिल चार महीने का एक साथ आया है जिसमें पिछले महीने के भरे गए राशि भी घटा दी गई है। लेकिन फिर भी लोग सुनने को तैयार नहीं है।

एईएन पंड्या ने कहा की अगर किसी को रीडिंग में गलती लगती है तो वह मीटर की फोटो लेकर कार्यालय आ सकता है अगर किसी में यह गलत हुआ है तो सही करवा सकते, लेकिन बिल में राशि को कम नहीं किया जा सकता, क्योंकि सरकार की ओर से जारी निर्देशों की पालना के अनुरुप है चार्ज लगे हुए हैं। अघोषित बिजली कटौती व 4 माह का बिजली का बिल किश्तों में जमा कराने की मांग नवागांव। नवागांव जीएसएस से जुड़े करीब 7 गांवों के 3 से 4 हजार लोग बीते एक माह से अघोषित बिजली कटौती से परेशान है। यहां कभी आगे काम चलने के नाम पर तो कभी लोधा से शटडाउन लेने की बात पा रोजाना दिन में कई बार तो रात को भी अचानक बिजली काट दी जाती है। जबकि बारिश के पूर्व भी रख रखाव के नाम से गर्मी के दिनों में भी रोजाना बिजली कटौती की जाती थी। इन दिनों न तो इस क्षेत्र में तेज बारिश हुई न ही कोई अंधड़ आया जिससे कि कहीं बिजली के तार टूटे हो या खंभे गिरे हो। बावजूद इसके बिजली कटौती की जा रही है। नवागांव कस्बे के ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुए बताया कि डिस्कॉम प्रशासन ग्रामीणों से बिल में राशि जोड़ने के बावजूद क्षेत्र में नियमित बिजली सप्लाई नहीं होती है। साथ ही इन दिनों बिजली के पिछले 4 माह का एक साथ बिजली का बकाया बिल देने से इतनी बड़ी राशि एक साथ भरने में भी उपभोक्ता असमर्थ हैं। कारण की लॉकडाउन के बाद लोगों की आय का जरिया बहुत ही कम हो गया है। मजदूर वर्ग के लोग जो यहां आसपास मिल में रोजगाररत थे, उन्हें एक माह के तीस दिनों में केवल 10 से 12 दिन ही काम मिलता है ऐसे में कार्मिक जिन्हें अभी अपना घर व परिवार का भरण पोषण करने में भी परेशानी हो रही है वहीं बिजली का एक साथ इतना बिल आने से अब इसे जमा करवाने में परेशान हो रहे हैं। ग्रामीणों ने नियमित बिजली आपूर्ति और 4 माह का एक साथ बिजली किश्तों में जमा करवाने की मांग की है।

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