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प्रतापगढ़ : अन्न को त्यागने से परमात्मा प्रसन्न नहीं अन्याय को त्यागने से परमात्मा प्रसन्न होते है : साध्वी ऋतू पांडेय

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प्रतापगढ़ : अन्न को त्यागने से परमात्मा प्रसन्न नहीं अन्याय को त्यागने से परमात्मा प्रसन्न होते है : साध्वी ऋतू पांडेय
@HelloBanswara - Pratapgarh -

 

प्रतापगढ़। शहर के मंदसौर रोड स्थित हनुमान नगर पर आयोजित साप्ताहिक संगीतमय भागवत कथा के छठे दिन कथा वाचिका साध्वी सुश्री ऋतू पांडेय मां बागेश्वरी आश्रम दमोह भिंड के श्रीमुख से कथा को श्रवण कराया जा रहा है। रविवार की कथा में कंस वध, उद्धव प्रसंग, बाल लीला वर्णन, उधव विधुर मिलन, राज श्री यज्ञ और रुक्मणी विवाह के प्रसंगों को विस्तारपूर्वक श्रवण कराया गया। कथा के दौरान आपने कहा जिस प्रकार ट्यूब में एक छेद हो जाए तो उसकी  सब हवा निकल जाती है जितने भी हवा भरो वह निकल जाएगी उसी प्रकार हमारे शरीर में  भी  क्रोध, काम, लोभ, मोह नामक कई छिद्र है जो सभी पुण्य को निकाल देती है उनको समाप्त कर देती है। लेकिन यदि संतों का सानिध्य  मिल जाए अर्थात संतों के सानिध्य रूपी टेप शरीर के छिद्र बंद हो जाते हैं जीवन से काम, क्रोध, लोभ,   मोभ सभी समाप्त हो जाते हैं। कथा के दौरान साध्वी ने कहां की अन्न के त्यागने से परमात्मा प्रसन्न नहीं होते अन्याय के त्यागने से परमात्मा प्रसन्न होते हैं। आज की कथा में विधायक रामलाल मीणा, शिवनारायण शर्मा, पारसमल जैन एडवोकेट, मोतीसिंह बाठी, शांतिलाल शर्मा मौजूद रहे। विधायक रामलाल मीणा ने कथा के दौरान कहां की कलयुग में हरि कथा सत्संग उसी को प्राप्त होता है जिसके पुण्य उदय होते हैं। कलयुग में हरि कथा कीर्तन कथा सत्संग होती रहे यही में आपसे निवेदन करना चाहता हूं। समाजसेवी किशोर छाबड़ा ने बताया की आज कथा के अंतिम दिन प्रसादी वितरण किया जाएगा। 

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