UN में पीएम मोदी ने दुनिया को दिया संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) डिजिटल माध्यम से संयुक्त राष्ट्र (United Nation) आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हमने सार्क इमरजेंसी फंड बनाया। कोरोना से लड़ाई को हमने जन आंदोलन बनाया। हम गरीबों के लिए आयुष्मान योजना लाए।'
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार प्रधानमंत्री शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के समापन सत्र को संबोधित कर रहे हैं। जिसमें उनके साथ नार्वे के प्रधानमंत्री तथा संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस भी शामिल हैं।
1-पीएम मोदी ने कहा कि हमारा लक्ष्य सबका साथ, सबका विकास है और हम विकासशील देशों की मदद कर रहे हैं। 2022 तक पूरे भारत में सबके पास अपना घर होगा। ये वो साल होगा जब भारत आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा होगा। भारत में लगभग 40 मिलयन नए घर बनाए जाएंगे। पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत योजना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ आज लाखों लोग कर रहे हैं।
2- पीएम मोदी ने कहा, 'भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ता जा रहा है। हमने आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत की। किसी भी बड़ी आपदा से भारत मजबूती के साथ लड़ा है। पीएम ने कहा चाहे चक्रवाती तूफान हो, इबोला वायरस हो चाहे कोरोना वायरस हो भारत इन सबके खिलाफ मजबूती से लड़ा है। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत सभी देशों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
3- पीएम मोदी ने कहा कि जिस वक्त भारत को संयुक्त राष्ट्र संघ का अस्थायी सदस्य के रूप में जगह मिली है ये वक्त बहुत अहम है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध का अभियान चलाया। हम विकास के रास्ते पर आगे बढ़ते हुए पर्यावरण के बारे में भी सोच रहे हैं। हमने स्वच्छता जैसे अहम मुद्दे को गंभीरता से लिया और देश के छह लाख गांवों में पूर्ण स्वच्छता प्राप्त करके हमने पिछले साल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई।
4- हमारी काफी पुरानी परंपरा प्रकृति के साथ शांतिपूर्ण तरीके से रहने की है। हमने सबसे बड़ी सफाई योजना लॉन्च की है और सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम किया है। हम 2025 तक टीबी की पूरी तरह से खत्म करने का लक्ष्य रखा है। विकास के रास्ते पर आगे बढ़ते हुए हम इस ग्रह के लिए अपनी जिम्मेदारियां नहीं भूल रहे हैं। पिछले कुछ सालों में हमने सालाना 38 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन में कमी की है।