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मेंटिनेंस पर हर महीने 1 करोड़ खर्च, फिर भी रोज 4 से 6 घंटे हो रही बिजली कटौती

Banswara
मेंटिनेंस पर हर महीने 1 करोड़ खर्च, फिर भी रोज 4 से 6 घंटे हो रही बिजली कटौती
@HelloBanswara - Banswara -

अजमेर डिस्कॉम 3.75 लाख उपभोक्ताओं से धोखा कर रहा है। पहला-हर महीने स्थायी सेवा शुल्क के 9.50 करोड़ रुपए वसूल रहा है। दूसरा-हर साल मेंटिनेंस पर एक करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इन सबका नतीजा-हर दिन औसत चार घंटे बिजली कटौती हो रही है। तर्क यही कि बारिश हो रही है, हम क्या कर सकते हैं?
दैनिक भास्कर ने बिजली कटौती का सच जानने के लिए प्रधानों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि बिजली कटौती के लिए जब निगम के अधिकारियों से पूछा जाता है तो सिर्फ एक जवाब होता है कि फाल्ट आ गया होगा। यह उपभोक्ताओं के साथ मजाक इसलिए है, क्योंकि-हर दिन मेंटिनेंस के नाम पर 30 हजार रुपए खर्च हो रहे हैं, इसके बाद भी बहाने बनाए जाते हैं। जिले में 11 एईएन ऑफिस है। इनमें सालाना बिजली लाइनाें और जीएसएस के रखरखाव के नाम पर एक कराेड़ रुपए खर्च हाेते हैं। शहर में कार्यरत जेईएन और एईएन बिजली सप्लाई बंद हाेने पर उपभोक्ता काे उपकरण खराब हाेने का बहाना बनाते हैं। जिसमें उपभोक्ता काे इंसुलेटर, डिस्क और पक्षी फंसने का बहाना बनाते हैं। तीन महीने से रखरखाव के नाम पर 4 घंटे की कटाैती में डिस्कॉम के अधिकारियों ने ठेकेदार के साथ मिलकर क्या काम किया?


दैनिक भास्कर ने प्रधानों से पूछा कि उनके इलाके में कितने घंटे बिजली कटौती हो रही है और अफसर क्या बहाने बना रहे हैं।

तर्क-कभी इंसुलेटर में पानी तो कभी पक्षी तारों में फंस जाते हैं, इसलिए पावर कट
पंचायत प्रधान कटौती क्या परेशानी हैं?
बांसवाड़ा बलवीर रावत 3 घंटे - कई जगहों तो बहुत ज्यादा समस्या है।
बागीदौरा सुभाष खराड़ी 3-4 - घंटे थोड़ी ही बारिश आने पर ही कटौती शुरू।
गांगड़तलाई विसली देवी 2 घंटे - बारिश आते ही फाल्ट शुरू। हर साल का है।
अरथूना राजू मईडा 5 घंटे - गांवों‌ में मनमर्जी से कटौती हो रही हैं।
कुशलगढ़ कानहेंग रावत 4 घंटे - पता नहीं क्या करते हैं, भगवान भरोसे व्यवस्था।
घाटोल हरकू देवी 2 घंटे - कर्मचारी हर बार फाल्ट आने का कहते हैं।
छोटी सरवन संगीता मईड़ा 5 घंटे - दिन में तो बिजली रहती ही नहीं है‌ं।


एसई आरआर खटीक से सीधी बात
भास्कर: उभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली क्यों नहीं मिल रही है?
जवाब: बारिश की वजह से कहीं-कहीं समस्या आ जाती है। कोई भी उपकरण खराब हो जाए तो उसको ठीक करने के लिए बिजली सप्लाई बंद करनी पड़ती है।
{10 करोड़ का स्थायी शुल्क और 1 करोड़ मेंटेनेंस पर खर्च के बावजूद बारिश में स्थिति खराब क्यों?
- कई उपकरण खराब हो जाते हैं-जैसे इंसूलेटर फटना, इसको कोई नहीं रोक सकता।



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