Home News Business

विदेश में नौकरी का झांसा देकर तीन युवकों से 7 लाख एंठे अाैर विजिट वीजा देकर भेज दिया

Banswara
विदेश में नौकरी का झांसा देकर तीन युवकों से 7 लाख एंठे अाैर विजिट वीजा देकर भेज दिया
@HelloBanswara - Banswara -

पुलिस ने शहर के अंजन के खिलाफ धोखाधड़ी का दर्ज किया मुकदमा

विदेश में नौकरी का झांसा देकर बांसवाड़ा के तीन युवकों से 7 लाख रुपए एंठ लिए। इतना ही नहीं, नकली वीजा बनाकर इन युवकों को विदेश भेज दिया गया। जिनमें से एक को नकली वीजा की वजह से मलेशिया में जेल हो गई जबकि दो दुबई में काम नहीं मिलने पर खुद के खर्चे से घर लौटे। खुद के साथ हुई लाखों की धोखाधड़ी पर तीनों ही युवकों ने कोतवाली में कथित एजेंट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
गनोड़ा के महेंद्रसिंह चौहान, अरथूना के कौशल कलाल, पीपलखूंट के चांदमल निनामा ने कोतवाली में दर्ज कराई शिकायत में बताया कि खांदू कॉलोनी के अंजन कुमार सोनी ने उनके साथ 7 लाख रुपयों की धोखाधड़ी की है। रिपोर्ट में बताया कि जनवरी, 2015 में कौशल कुमार को 3 लाख रुपए में मलेशिया का बीमा बनाने की बात कही। 20 हजार रुपए एडवांस लिए। बाद में एक लाख रुपए उसके बैंक खाते में जमा कराए। लेकिन, ऑनलाइन बीमा नहीं दर्ज हुआ। इस पर अंजन कुमार ने भरोसा दिलाया की कुछ दिनाें में ऑनलाइन दर्ज हो जाएगा। 16 जून को टिकट बनाकर भेज दी और बाकि के रुपए ले लिए। टिकट चेन्नई से कुवालालमपुर मलेशिया का होना बताया। जब कौशल चेन्नई गया तो पता चला कि मलेशिया का वर्क वीजा नहीं होकर विजिट वीजा बनाया है। कौशल को मलेशिया भेज दिया गया। जहां जाकर उसे कई दिनों तक कोई काम नहीं मिला। यहां अंजन कुमार को यह बात बार-बार कहने पर उसने कौशल को वहां किसी कंपनी में लगवाया, जहां उससे 12 घंटे काम करवाया जाता था। लेकिन, न कोई वर्क वीजा लगवाया और नहीं वेतन दिया गया। आखिर पुलिस रेड में कौशल गिरफ्तार हो गया। क्योंकि, सभी के वीजा नकली थे, इसलिए बुरी तरह फंस चुके कौशल को वहां 7 से 8 महीने की जेल हुई। बाद में उसे आउट पास पर भारत भेज दिया गया। कौशल ने बताया जब वह मलेशिया जाने के लिए एयरपोर्ट गया था तो उसे पता चला था कि अंजन कुमार किसी बड़े वीजा रैकेट कंपनी से जुड़ा है जो लोगों को बिना वीजा और पासपोर्ट के विदेश भेज देते है। हालांकि, यह पुलिस जांच का विषय है। यह आरोप सही पाए गए तो कई लोगों के इसी तरह फंसने की आशंका है।

प्रोफेशनल और विजिट वीजा बनाने में फर्क
मलेशिया में प्रोफेशनल वीजा के लिए ढाई से तीन लाख रुपए खर्च बताया जाता है। वहीं प्लांटेशन वीजा के लिए करीब डेढ़ से दो लाख का खर्च माना जाता है। विजिट वीजा की बात करे तो यह महज चार से पांच हजार में बन जाती है। वहीं दुबई के लिए तीन माह के लिए विजिट वीजा 8 से 10 हजार और वर्क वीजा डेढ़ से दो लाख रुपए में बनती है।
 

दुबई भेजा, काम नहीं मिला, खुद के खर्चे से घर लौटे
इसी प्रकार चांदमल और अर्जुन से भी अंजन कुमार ने दुबई के वर्क वीजा बनवाने के नाम पर दो-दाे लाख रुपए वसूले। दोनों ने ही 20-20 हजार रुपए एडवांस दिए। आरोपी ने जनवरी, 2018 में दोनों को विजिट वीजा और टिकट बनाकर दे दी। टिकट दिल्ली से दुबई का दिया गया। वर्क वीजा नहीं होने पर दोनों को दुबई में कोई काम नहीं मिला। आखिर 20 दिन बाद दोनों खुद के खर्चे से घर लौटे। बाद में अंजन कुमार से रुपए वापस मांगे तो देने से इनकार कर दिया।

2024 Fun Festiva
शेयर करे

More news

Search
×