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प्रशासन की पोल खोलती रिपोर्ट... प्रशासन की टीम काे शहर में नहीं मिला मांझा भास्कर ने 430 से लेकर 700 रुपए में खरीदे

Banswara
प्रशासन की पोल खोलती रिपोर्ट... प्रशासन की टीम काे शहर में नहीं मिला मांझा भास्कर ने 430 से लेकर 700 रुपए में खरीदे
@HelloBanswara - Banswara -


दो दिन पहले तहसीलदार ने टीम के साथ शहर की दुकानों पर की छापेमार कार्रवाई, मिला कुछ नहीं, भास्कर ने उन्हीं इलाकों से खरीदे चाइनीज मांझे

मकर संक्रांति के पर्व के साथ ही बाजार में पतंगों का बाजार सजा हुआ है, लेकिन जिस मांझे को प्रशासन ने सख्त रुप से प्रतिबंधित कर रहा है वही चाइनीज मांझा शहर की सजी पतंगों की हर दुकान पर खुले आम बिक रहा है। परिंदों की जान का दुश्मन और आमजन को जख्मी कर देने वाला चायनीज मांझा प्रशासन और नगर परिषद के तमाम दावों को दावों के बावजूद धड़ल्ले से बिका।

चायनीज धागे पर प्रतिबंध हर बार की तरह इस बार भी महज कागजों और प्रशासन के अभियान में ही सिमटकर रह गया। क्योंकि, नीचले स्तर पर जिम्मेदार अधिकारी और कार्मिकों ने भी हर बार की तरह इस बार भी औपचारिकता कर इतिश्री कर रहे हैं। यही वजह है कि चायनीज मांझा नहीं बिके इसलिए नगर परिषद, प्रशासन और पुलिस की गाडिय़ां तो घुमती दिख रही है, लेकिन खुलेआम बिक रहे यह जानलेवा मांझा इन जिम्मेदारों को नजर नहीं आ रहा है। भास्कर ने चाइनीज मांझे की बिक्री सामने लाने के लिए शहर के अलग अलग दुकानों से मांझाें की खरीदारी की। दो-तीन दिन पहले परिषद और प्रशासन की टीमें यही से घूम कर गई लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला।

गांधी मूर्ति... विक्रेता बोला- यहां रिस्क है इसलिए घर से ही लाकर देते हैं
गांधी मूर्ति क्षेत्र में एक पतंग विक्रेता के पास संवाददाता खरीदार बनकर गया। जहां दुकानदार से जब संवाददाता ने कहा कि उसे चायनीज मांझा चाहिए, तो पहले तो दुकानदार कतराने लगा। फिर काफी देर बाद बोला मिल जाएगा। यह घर से ही मंगवाकर दूंगा, क्योंकि यहां रिस्क जाता है। पूरा रोल लोगे तो 600 रुपये लगेंगे। संवाददाता ने एक रोल यहां से खरीदा। जहां दुकानदार ने एक लड़के को घर भेजा और थेली में डालकर रोल दिया। दुकान ने बताया की सब सेटिंग। हम भी चाहते हैं कि चाइनीज मांझा बंद हो ताकि दूसरा माल बिक जाए, लेकिन लोग चाइनीज मांझा ही खरीदते हैं। हम से नहीं तो फिर दूसरे से खरीद लेंगे।

आजाद चौक... यहां हम रोल नहीं रखते, खुला भरते हैं, 200 रुपए में दी फिरकी
आजाद चौक पर एक दुकानदार से पतंगें खरीदी। उसके बाद मजबूत धागा मांगा तो बोला क्या मोनो फाइटर (चाइनीज मांझा) चाहिए। दुकानदार ने कहा कि पूरा रोल तो मंगवाना पड़ेगा, यहां नहीं रखते हैं। यहां तो खुला भरवा सकते है। पूरे रोल का दुकानदार ने 500 रुपए बताया। जिसके बाद संवाददाता ने यहां भी एक फिरकी लेकर 200 रुपए का चाइनीज मांझा भरवाया।

पाला मार्केट... विक्रेता बोला- फिरकी में भरा हुआ नहीं, 200 तक गट्टा ही देंगे
उसके बाद फिर संवाददाता पाला मार्केट पहुंचा। जहां दुकानदार से चाइनीज मांझा फिरकी में भरने के लिए कहा। जिस पर दुकानदार ने फिरकी में भरने के लिए मना कर दिया। बोला गट्टा मिल जाएगा। जिसके 150, 200 रुपए लगेंगे। फिरकी में भरकर नहीं देंगे। इस बीच एक युवक भी पतंग और चाइनीज मांझा लेने पहुंचा तो व्यापारी ने उसे 200 रुपए लेकर चाइनीज मांझा दिया।

हेमू कालानी तिराहा... मांझे भरते-भरते अंगुलियां कट गई, लेकिन भरे जा रहे हैं...
भास्कर संवाददाता हेमू कालानी तिराहे पहुंचा। जहां भी कई दुकानें पतंगों की सजी हुई थी। जहां एक दुकान पर पहुंचा और चाइनीज मांझा मांगा तो बिना किसी हिचकिचाहट के तैयार हो गया। जब उससे रेट पूछा तो उसने 450 रुपए बताया। दुकानदार बोला मैं तो सस्ता दे रहा हूं, मार्केट में 600 से कम कोई नहीं देगा। संवाददाता ने पूछा की हाथ पर क्या लगा रखा है, तो दुकानदार ने बताया कि मांझे से हाथ कट जाते हैं। अभी तो कल देखना हाथ की हालत क्या होगी। क्योंकि कल बहुत ज्यादा खरीदारी होगी हाथ पूरा छिल जाएगा। इस मांझे के मैंने अहमदाबाद से 4 कार्टून मंगवाए थे, जिसमें एक कार्टून में 70 रोल आते हैं। सब के सब बिक जाएंगे। क्योंकि सभी को यही मांझा चाहिए। संवाददाता ने आधा रोल देने के लिए कहा तो दुकानदार ने वहां टेबल पर लगी मशीन पर एक खाली फिरकी में आधा मांझा लपेटकर दे दी। यहां दुकानदार पूरी तरह बेखौफ नजर आया।

जवाब पूछा तो उखड़ गए तहसीलदार, बोले- आपको क्या लेनादेना
पक्षियों को चाइनीज मांझे के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए तहसीलदार बांसवाड़ा लक्ष्मीनारायण सिंह के नेतृत्व में रविवार शहर के कई दुकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई। जांच दल के लोगों ने मोहन कॉलोनी, गांधी मूर्ति, नई आबादी, सब्जी मंडी, पाला रोड, नई आबादी गोल चौराहा आदि क्षेत्रों में कार्रवाई की। लेकिन तहसीलदार की टीम को कहीं भी चाइनीज मांझा नहीं मिला। शहर में खुले आम बिक रही चाइनीज मांझे पर जब बांसवाड़ा तहसीलदार लक्ष्मीनारायण सिंह से बात की तो पहले तो टालमटोल करते नजर आए और फिर उखड़ गए। कहा कि जो बेचेगा उस पर कार्रवाई करेंगे। आपको इससे क्या लेना देना है। हम अपने हिसाब से कार्रवाई करेंगे।
बांसवाड़ा. चाइनीज मांझा भरने के दौरान हाथों के घाव बताता व्यापारी।

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