20 फीट पोल पर उल्टा लटका लाइनमैन: करंट से मौत, नेगड़िया GSS पर ढाई साल से था ठेका कर्मचारी
करंट लगने से मंगलवार दोपहर लाइनमैन की मौत हो गई। लाइनमैन 20 फीट ऊपर बिजली पोल पर लाइन सही करने चढ़ा था। काम करते हुए करंट लग गया। उसका एक पैर बिजली पोल से फंस गया। पूरा शरीर हवा में उल्टा लटक गया।
लाइनमैन अजमेर डिस्कॉम की लाइन पर काम कर रहा था। बांसवाड़ा में नेगड़िया GSS पर वह बीते ढाई साल से ठेका कर्मचारी सेवा दे रहा था। लाइनमैन बिना किसी ग्लब्स, खास जूते और सीढ़ी के बिना सीधे चालू लाइन में काम कर रहा था। इधर, घटना के बाद अजमेर डिस्कॉम ने सारी जिम्मेदारी ठेकेदार पर उड़ेल दी। डिस्कॉम के जिम्मेदारों का कहना है कि वह ठेकेदारों को हर बार सावधानी वाले अावश्यक लेटर जारी करते हैं। मामला बांसवाड़ा के दानपुर थाने का है।
थानाधिकारी SI रमेशचंद्र मीणा ने बताया कि पिपलीपाड़ा (नेगड़िया) निवासी ठेका कर्मचारी बापूलाल (30) पुत्र वीरचंद्र डिंडोर यहां नेगड़िया GSS से करीब 2 KM दूर हरियापाड़ा फीडर पर कन्ज्यूमर के घर की केबल बदलने गया था। वह LT कंपोजिट 11 KV लाइन के पोल पर चढ़ा था। लगभग काम खत्म कर वह नीचे उतरने वाला था। तभी GSS से किसी कर्मचारी से सप्लाई चालू कर दी, जिससे वह करंट की चपेट में आ गया। उसकी दर्दनाक मौत हो गई। सूचना के बाद पुलिस ने बिजली लाइन की सप्लाई बंद कराई और शव को नीचे उतरवाया। अभी शव को मोर्चरी में शिफ्ट कराया गया है।
तीन छोटे बच्चे हैं, FRT का हिस्सा
मृतक बापूलाल के तीन छोटे बच्चे हैं। सभी लड़के हैं। करीब 10 साल पहले बापूलाल की बाजना (MP) में शादी हुई थी। वह ढाई साल से राजसमंद की बापू कन्स्ट्रक्शन ठेका एजेंसी के अधीन काम कर रहा था। ठेकेदार ने भी हिसार हरियाणा की संधा एंड कंपनी से बापूलाल को हायर किया था। बापूलाल यहां FRT (फॉल्ट रिमूव टीम) का हिस्सा था। करीब 3 साल पहले ही बापूलाल ने MP के किसी इंस्टीट्यूट से ITI की डिग्री ली थी।
डिस्कॉम की जिम्मेदारी नहीं, ठेकेदार से दिलाएंगे हर्जाना
इधर, अजमेर डिस्कॉम के XEN एमडी चौधरी ने कहा कि मरा हुआ कर्मचारी अजमेर डिस्कॉम का कर्मचारी नहीं है। डिस्कॉम ने अधिकांश GSS को ठेके पर दे रखा है। मृतक भी ठेकेदार का कर्मचारी था। डिस्कॉम में ऐसे मृतक परिवार को सीधे आर्थिक मदद देने का प्रावधान नहीं है, लेकिन हम ठेका एजेंसी से मृतक परिवार को आर्थिक मदद दिलवाएंगे। ये राशि करीब 7 लाख रुपए तक हेागी।
अलग होनी चाहिए 11KV
राजस्थान विद्युत कर्मचारी एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष भगवतीलाल डिंडेार का आरोप है कि मौके पर LT के साथ में 11 KV लाइन कंपोजिट थी, जबकि दोनों लाइनें अलग-अलग होनी चाहिए। डिस्कॉम स्तर बिजली मैनेजमेंट तकनीकी खामियों और होने वाली मौतों पर ध्यान नहीं दे रहा है। इसलिए नियमों की पालना नहीं हो रही है। यहां अधिकारी दुर्घटना और सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। इसलिए ऐसे हादसे बढ़ रहे हैं।