Home News Business

आसमान में बिजली चमकी ताे 10 घंटे बिजली गुल, बारिश नहीं हुई फिर भी आधे शहर के 15 हजार उपभोक्ता परेशान

Banswara
आसमान में बिजली चमकी ताे 10 घंटे बिजली गुल, बारिश नहीं हुई फिर भी आधे शहर के 15 हजार उपभोक्ता परेशान
@HelloBanswara - Banswara -
लाइनमैन से लेकर एसई तक के पास एक ही जवाब- लोधा के 33 केवी जीएसएस पर लाइन में फाल्ट से बिजली बंद

रात 2.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक बिजली गुल
शहर में मंगलवार रात आकाश में बिजली चमकने के बाद रात 2:30 बजे बिजली सप्लाई बंद हाे गई, जाे अगले दिन दोपहर 2:30 बजे बहाल हुई। इस दाैरान 15 हजार उपभाेक्ताओं काे घंटाें तक बिना बिजली सप्लाई के परेशान हाेना पड़ा। यह पहली बार नहीं हुआ है। अक्सर बारिश की शुरुआत हाेने भर पर ही शहर में बिजली सप्लाई बंद हाे जाती है। इसे लेकर लाइनमैन से लेकर बड़े अधिकारी के पास सिर्फ एक ही जवाब मिलता है कि 33 केवी का फाल्ट आने से ट्रिपिंग आ गई थी।


ऐसे में सवाल उठता है कि रात काे तकनीकी कर्मचारियों की टीम ने उस 33 केवी फाल्ट काे ढूंढ़ने के लिए पेट्रोलिंग क्याें नहीं की। जीएसएस से सप्लाई बंद करके सुबह का इंतजार क्याें किया जाता रहा। सुबह तकनीकी कर्मचारियों के साथ अधिकारियों की टीम से 8 बजे से फाल्ट ढूंढ़ने की कार्रवाई शुरू की। जिसके बाद दोपहर तक सप्लाई शुरू हाे पाई। ऐसे में पूरे आधे शहर के लाेगाें काे बिजली कटाैती की समस्या से परेशान हाेना पड़ा। सरकारी और निजी ऑफिस में जाने वाले कर्मचारियाें, शिक्षकों और व्यापारी वर्ग इस बिजली की लचर व्यवस्था से त्रस्त हैं। हर बार फाल्ट के बहाने के साथ बिजली की सप्लाई बंद हाे जाती है। मंगलवार को भी लोधा से आ रही 33 केवी लाइन में फाल्ट आने से रात के 3 बजे बाद से सप्लाई बंद हो गई। उसके बाद दिन में 6 बजे फिर से फाल्ट ठीक कर सप्लाई शुरू तो की गई लेकिन फिर से जीएसएस पर ट्रिपिंग आने से सप्लाई बंद हाे गई।


सबसे ज्यादा फाल्ट ठिकरिया जीएसएस से जुड़े पांच हजार से अधिक उपभाेक्ताओं काे उठाना पड़ रहा है। यहां पर पिछले 15 दिन से राेज चार से पांच घंटे बिजली सप्लाई बंद रहती है। शहर के कुशलबाग, शास्त्रीनगर, इंदिरा नगर और कागदी पिकअप के 33 केवी जीएसएस पर बिजली सप्लाई हो रही है। उपभाेक्ताओं काे यूनिट खर्च से ज्यादा राज्य सरकार की आेर से लिए जाने वाले टैक्स से नाराजगी है। ऐसे में इतना माेटा टैक्स वसूलने के बावजूद सप्लाई बराबर नहीं मिल रही है।


ठीकरिया जीएसएस की स्थिति
{इस जीएसएस काे लाेधा 132 केवी ग्रिड स्टेशन से सप्लाई मिल रही है। यहां पर औसत 8 हजार से अधिक उपभोक्ता है। यहीं से इंदिरा काॅलाेनी काे सप्लाई जाती है। यहां पिछले 15 दिनों से बिजली सप्लाई में समस्या चल रही है। यहां पर चार्ज संभालने वाले जेईएन अमित ने बताया कि लाेधा से आने वाले 33 केवी लाइन में फाल्ट आने से सप्लाई बंद थी। जिससे ठीक तो किया लेकिन फिर से जीएसएस पर ट्रिपिंग शुरू हो गई। जिसे सुबह से टीम ढूढ रही है।


जीएसएस पर रिंग सिस्टम क्यों उपयोग नहीं करते
{शहर में 132 केवी जीएसएस लाेधा से शहर के पांच 33 केवी जीएसएस काे सप्लाई दी जाती है। डिस्कॉम के नियमानुसार इन सभी जीएसएस काे रिंग सिस्टम से जाेड़ रखा है। इसके बावजूद काेई भी 33 केवी का फाल्ट आने पर इस रिंग सिस्टम का उपयोग नहीं किया जाता है। इस 33केवी लाइन काे हर छह माह में रखरखाव कराया जाता है। इसके लिए लाइन से छूने वाले पेड़ की टहनियों काे कटिंग की जाती है। वहीं ढीले तार काे कसा जाता है। इसके अलावा शहर के पांच जीएसएस काे रिंग सिस्टम से जाेड़ा गया है। जिसे पुन: रखरखाव करना पड़ता है। हर साल बारिश में 33 केवी का फाल्ट आने से पूरे जीएसएस से सप्लाई बंद हाे जाती है। ऐसे में डिस्कॉम के एसई से लेकर एक्सईएन इस तकनीकी समस्या की मॉनिटरिंग नहीं करते है। जिससे जेईएन और एईएन की मिलीभगत से रखरखाव की औपचारिकता पूरी हाेती है। जेईएन और एईएन काे किसी भी बिजली सप्लाई बंद हाेने पर उपभोक्ता काे उपकरण खराब हाेने का बहाना बनाते है।
सवाल
कुशलबाग जीएसएस
{यहां भी मंगलवार को लाइन में समस्या आने के कारण बिजली सप्लाई बंद करनी पड़ी। जेईएन अखिलेश मालवीया ने बताया कि कुछ समय के लिए ही रख रखाव के चलते सप्लाई बंद करनी पड़ी है।


इंदिरा काॅलाेनी और कागदी पिकअप जीएसएस
{इस जीएसएस में 33 लाइन के फाल्ट आने के चलते रात भर बिजली बाधित रही। इंद्रा काॅल्ाेनी में ही बिजली की अनियमित सप्लाई मिल रही है। यहां पर कार्यरत जेईएन रवि ने बताया कि 33 केवी लाइन में फाल्ट आने से बिजली सप्लाई प्रभावित है। लोधा से ठिकरिया जीएसएस के लिए आ रही 33 केवी में फाल्ट के चलते यहां भी बिजली गुल रही। साथ ही कागदी पिकअप भी रवि जिम्मेदारी देख रहे हैं। वहां भी रात भर बिजली सप्लाई बाधित रही।

FunFestival2024
शेयर करे

More news

Search
×