11वीं का डमी कैंडिडेट दे रहा था फर्स्ट ईयर एग्जाम: बगड़ी परीक्षा सेंटर की घटना, साइंस की परीक्षा देते पकड़ा गया
वागड़ महाविद्यालय के बगड़ी परीक्षा सेंटर पर गुरुवार को प्रतियोगी परीक्षा देते एक डमी कैंडिडेट पकड़ा गया। यूनिवर्सिटी की फर्स्ट ईयर की एग्जाम में डमी कैंडिडेट 11वीं का विद्यार्थी था।
गोविंद गुरु आदिवासी विश्वविद्यालय बांसवाड़ा (जीजीटीयू) परीक्षा नियंत्रक प्रो. मनोज पंड्या ने बताया कि विश्वविद्यालय से संबद्ध 115 केन्द्रों पर बीए, बीएससी, बीकॉम फर्स्ट ईयर और एमए, एमएससी, एमकॉम प्रीवियस के फर्स्ट ईयर के एग्जाम चल रहे हैं।
डूंगरपुर जिले के वागड़ महाविद्यालय के बड़गी परीक्षा केंद्र पर शाम के सत्र का एग्जाम चल रहा था। केन्द्र अधीक्षक डॉ दिनेश पाटीदार गुरुवार को औचक निरीक्षण पर थे। साइंस प्रथम वर्ष का एग्जाम दे रहे परीक्षा कक्ष में परीक्षार्थी की असामान्य हरकतें देख उन्होंने परीक्षार्थी की सघन जांच की।
पड़ताल में पता चला कि मूल परीक्षार्थी के बजाय डमी कैंडिडेट एग्जाम दे रहा था। केंद्र पर मानस महाविद्यालय चितरी के विद्यार्थी विमल प्रकाश पारगी पुत्र शंकर लाल पारगी को फर्स्ट ईयर बॉटनी की परीक्षा देनी थी। जिसके स्थान पर कक्षा 11 का विद्यार्थी देवीलाल पारगी पुत्र मणिलाल पारगी निवासी कोचरी बड़गी एग्जाम दे रहा था। प्रकरण की जांच के बाद डमी परीक्षार्थी केस को नकल विरोधी कानून के तहत निकटवर्ती पुलिस थाने में दर्ज करा दिया गया। प्रकरण को पुलिस प्रशासन और जीजीटीयू परीक्षा अनुभाग को आगे की कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है।
जिस रोल नंबर पर डमी कैंडिडेट परीक्षा दे रहा था, उस रोल नंबर से दिए गए सभी पेपर की आंसर शीट की सघन जांच सब्जेक्ट एक्सपर्ट से करवाई जाएगी। राइटिंग एक्सपर्ट से सभी आंसर बुक की जांच कराए जाएगी और केंद्र से एग्जाम टाइम के सीसीटीवी फुटेज मंगवाए जा रहे हैं।
डॉ. दिनेश पाटीदार ने कहा- परीक्षा में ऐसे कृत्य दंडनीय हैं और नक़ल विरोधी नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी।