10 हज़ार स्क्वेयर फिट से ज्यादा की जमीनों से परिषद ने हटाये अतिक्रमण
नगर परिषद् की और से शहर के हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में अवैध कब्जे करने पर दो जगहों पर बड़ी कार्यवाही की। अतिक्रमियों ने सालो से कब्ज़ा कर रखा था। ये दो भूखंड नगर परिषद् के ही है, जिनकी नीलामी करने पर परिषद् को लाखों रूपये की आय हो सकती है।
यह पौर मामला हाल में किये जा रहे नगर परिषद् की जमीनों चिन्हीकरण के दौरान सामने आय पूर्व में अतिक्रमियों को कब्ज़ा हटाने के निर्देश दिए जा चुके थे, लेकिन इसके बाद भी कब्ज़ा नहीं हटाया गया तो मंगलवार को परिषद् की पूरी टीम दो जेसीबी के साथ पहुंची और एक एक कर कब्जों को हटाया गया। इस दौरान नगर परिषद् के अधिकारीयों का कब्जेधारियों के साथ विवाद भी हुवा लेकिन कार्यवाही जरी रही। रेवेन्यु इंस्पेक्टर देवेंद्रपल सिंह ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड में अक्षरधाम क्षेत्र में ये सभी जमीन है जहाँ 5 से 6 लोगों ने लकड़ी की वाड लगाकर एक तरफ से कब्ज़ा कर रखा था। ये पूरी जमीन 10 से 12 हज़ार स्क्वेयर फीट के करीब है। जिसे आगामी समय में नीलाम करने से नगर परिषद् को आय हो सकती है। इसी व्यवसायिक कीमत लगभग 1 से 1.5 करोड़ रूपये प्राप्त हो सकती है
सिंह ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में ही आयुक्त प्रभुलाल भाभोर के मकान के पीछे सुरेन्द्र खत्री नाम के व्यक्ति ने 4 फीट नगर परिषद् की जमीन पर निरमा किया था उसके भी मौके पर दस्तावेज देखकर ही जितना निर्माण स्वीकृति के खिलाफ किया जा रहा था उतना हटाया गया। सिंह ने बताया कि खत्री के 16 गुणा 50 फीट पर जमीन है, लेकिन 4 फीट यानि 20 फीट से निर्माण कार्य शुरू कराया जा रहा था। इस दौरान सहायक नगर नियोजक मुकुंद कृष्णा रावल भी मौजूद थे। रावल ने बताया कि परिषद् की इन जमीनों को पूरी तरह से साफ़ कर वहां लाइनिंग करने का कार्य किया जाएगा।
शहर भर में किया जा रहा है चिन्हीकरण : सभापति जेनेन्द्र त्रिवेदी ने बताया कि शहर भर में नगर परिषद् द्वारा उन जमीनों का चिन्हीकरण किया जा रहा है तो पूरी तरह से नगर परिषद् की है। उन जमीनों को चिन्हित कर चारदीवारी निर्माण और लाइनिंग करने का कार्य किया जाना है। ताकि जमीनों की नीलामी कर आय बढाई जाये और कुछ प्रमुख जमीनों पर व्यवसायिक काम्प्लेक्स और कोई विशेष प्रोजेक्ट में उपयोग में लिया जा सके।