केंद्र सरकार के नए कृषि अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस ने किया प्रदर्शन,कलेक्ट्रेट गेट पर प्रदर्शन के बाद राज्यपाल के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
कृषि अध्यादेशों के खिलाफ कांग्रेस ने साेमवार काे कलेक्ट्रेट गेट पर विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी नेताओं ने इसे किसानों की बर्बादी का रास्ता बताते हुए कहा कि पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। धरने के बाद कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां कलेक्टर से मुलाकात कर उन्हें पार्टी की भावनाओं से अवगत कराया। पार्टी जिलाध्यक्ष चांदमल जैन और बागीदौरा विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीया की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया।
करीब 1 घंटे तक सांकेतिक धरने के दौरान वक्ताओं ने केंद्र सरकार के तीनों विधेयकों का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि इससे कृषि उपज विपणन समिति खत्म हो जाएगी और बड़ी-बड़ी कंपनियों की दखल बढ़ जाएगी। मंडी मजदूर और खेत मजदूर के सामने बेरोजगारी का खतरा उत्पन्न हो सकता है। पार्टी नेताओं ने कहा कि एसेंशियल एक्ट 1955 में बदलाव से कालाबाजारी बढ़ने की आशंका रहेगी। बता दे कि कृषि उपज को जमा करने की अधिकतम सीमा तय करने और
कालाबाजारी को रोकने के लिए स्पेशल एक्ट 1955 बनाया गया था। लेकिन नई व्यवस्था में स्टॉक लिमिट को हटा लिया गया है। बाद में पार्टी नेता कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाध्यक्ष जैन, विधायक मालवीया और नगर परिषद सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह से मिला और उन्हें अपनी मांग के संबंध में राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया। जिसमें नए कानून को लागू नहीं करने का आग्रह किया गया। प्रवक्ता एडवोकेट इमरान खान
पठान ने बताया कि धरना प्रदर्शन में जिला उपाध्यक्ष अब्दुल गफ्फार खान, मनीषदेव जोशी, निवर्तमान उपजिला प्रमुख संगीता त्रिवेदी, देवेंद्र त्रिवेदी, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष आसिफ खान, मनोहर खड़िया, अरविंद सीता डामोर, पार्षद नटवर तेली, सुरेश कलाल, धनेश्वर यादव, कमरुनिसा, चंदा डामोर, बुरहान पातरा, नवाब फौजदार, सईद परवाना, आसिफ मुस्तफा, रमेश लबाना, लोकेश जोशी, सेवादल संगठक धीरजमल डामोर, गोल्डनसिंह चौहान, कविल डिंडोर आदि मौजूद रहे।