भाजपा प्रत्याशी दुष्कर्म मामला : भाजपा ने विधायक के दबाव में महिला के केस करने का लगाया आरोप तो विधायक ने कहा दस्तावेज कहां है
कोर्ट में फाइल पेश, बयान की मिली तारीख
प्रतापगढ़। पूर्व पार्षद और नगर परिषद के वार्ड नंबर 7 से भाजपा प्रत्याशी प्रहलाद गुर्जर के खिलाफ दुष्कर्म मामले में कोतवाली पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में फाइल पेश की। कोर्ट से पीड़ित महिला के बयान करवाने को लेकर आगे की तारीख जारी की गई है। महिला द्वारा एफआईआर में जान को खतरा बताने और सुरक्षा की मांग करने के चलते पुलिस की ओर से महिला के बयान करवाने की तारीख सार्वजनिक नहीं की गई है। कोतवाल मदन लाल खटीक ने बताया कि पीड़ित प्रतापगढ़ हाल निंबाहेड़ा निवासी 38 वर्षीय एएनएम ने 22 जनवरी को कोतवाली में रिपोर्ट देकर बताया था कि पूर्व पार्षद प्रहलाद गुर्जर ने 3 साल तक उसका यौन शोषण और दुष्कर्म किया। महिला ने रिपोर्ट के साथ में वीडियो और फोटो का एक पेनड्राइव भी सबूत के रूप में पुलिस के सुपुर्द किया। पुलिस की ओर से पीड़िता को सुरक्षा दी गई है और फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने पेनड्राइव को जांच के लिए एफएसएल भिजवा दिया है। खटीक ने बताया कि पुलिस में बयान दर्ज होने के बाद अब पीड़िता को कोर्ट में बयान देने के लिए समन जारी किया गया है। जल्द ही कोर्ट में पीडि़ता के धारा 164 के बयान दर्ज करवाए जाएंगे।
भाजपा ने लगाया था विधायक के दबाव में मुकदमा दर्ज करने का आरोप, विधायक बोले मेरे विधानसभा क्षेत्र से बाहर कैसे तबादला करवा सकता हूं : मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस की राजनीति फिलहाल गरमाई हुई नजर आ रही है। मामले में शहर भर में चर्चा का दौर भी लगातार चल रहा है। पूर्व पार्षद प्रह्लाद गुर्जर के खिलाफ दुष्कर्म और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज होने के दूसरे दिन रविवार को उनके कुछ अश्लील वीडियो भी सोशल साइट पर वायरल हुए थे। इसको लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। पूर्व पार्षद प्रहलाद गुर्जर, भाजपा जिला अध्यक्ष गोपाल कुमावत, नगर अध्यक्ष रितेश सोमानी सहित भाजपा ने विधायक रामलाल मीणा पर आरोप लगाया था कि उन्होंने एएनएम पर तबादलों का दबाव बनाकर पूर्व पार्षद के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवाया। इसके लिए विधायक ने एएनएम के छह बार तबादले किए और उन्हें डराते धमकाते रहे। इसके जवाब में विधायक रामलाल मीणा ने कहा है कि एएनएम वर्तमान में निंबाहेड़ा में कार्यरत है ऐसे में अपने विधानसभा क्षेत्र से बाहर वे उस महिला का तबादला कैसे करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि महिला के सरकारी दस्तावेज के रिकॉर्ड देख कर यह बताएं कि उसका अब तक के कार्यकाल में कितनी बार तबादला हुआ है। आरोप तो श्रीराम पर भी लगे थे।