Home News Business

बारी सरपंच ने 35 लाख की रिश्वत मांगी, 28 पर समझौता 1.11 लाख लेकर भाई को फोन लगाया, टोकन मनी मिल गई

Banswara
बारी सरपंच ने 35 लाख की रिश्वत मांगी, 28 पर समझौता 1.11 लाख लेकर भाई को फोन लगाया, टोकन मनी मिल गई
@HelloBanswara - Banswara -

न्यूक्लियर प्लांट के लिए मिट्‌टी जांच के काम को छह माह से रोक रखा था, ठेकेदार से कांट्रेक्ट वेल्यू 3.50 करोड़ का 10% हिस्सा मांगा, सरपंच बहादुर और उसका कंपाउंडर भाई मुकेश गिरफ्तार
बारी पंचायत में न्यूक्लियर पावर प्लांट के निर्माण में जमीन परीक्षण का काम शुरू हाेने देने की एवज में ठेकेदार से 1.11 लाख की टाेकन रिश्वत लेते सरपंच बहादुर मईड़ा अाैर उसके भाई मुकेश मईड़ा काे मंगलवार काे एसीबी उदयपुर की टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। अाराेपी सरपंच ने इस रिश्वत के लिए 6 महीनों से काम शुरू नहीं हाेने दिया था। यह रुपए भी सिर्फ काम एक बार शुरू करने देने की एवज में टाेकन मनी थी। सरपंच ने मिट्टी जांच के लिए हुए 3.50 कराेड़ के ठेके में से 10 प्रतिशत यानि 35 लाख की रिश्वत मांगी थी। लेकिन, बाद में बात 8 प्रतिशत यानि 28 लाख में तय हुई। रिश्वत के यह रुपए लेने के लिए खुद सरपंच कार लेकर शहर अाया। जहां कार में ही बैठकर रुमाल में 1.11 लाख रुपए लिए। यह राशि उन्होंने मुंबई की जीअाेटेक सर्विस के ठेकेदार रामपाल पुत्र शिवनारायण जाट से मांगी थी। मुकेश मईड़ा छाेटी सरवन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कंपाउंडर है। दरअसल, एटोमिक पावर सेंटर एनपीसीआईएल की अाेर से छाेटी सरवन की बारी पंचायत में काम करवाया जा रहा है। बहादुर इसी पंचायत का सरपंच भी है। एसीबी के सीआई हरीशचंद्र ने बताया कि एटोमिक पावर प्लांट के काम से पहले ड्रिलिंग का काम किया जाता है। जिसमें साेइल टेस्टिंग की जाती है। जिससे यह तय किया जाता है कि कहां प्लांट लगेगा। 3 कराेड़ 50 लाख रुपए का टेंडर हुअा था। इसका ठेका मुंबई की जीअाेटेक सर्विस कंपनी के ठेकेदार रामपालसिंह जाट काे मिला। इनकाे ये काम जुलाई, 2020 में पूरा करना था। 11 महीने का समय तय था, लेकिन अाराेपी सरपंच 6 महीने से ठेकेदार काे काम नहीं करने दे रहे थे। सिर्फ इसलिए कि वह पंचायत क्षेत्र उनका था। आरोपियों ने काम शुरू करने देने की एवज में कांट्रेक्ट अवार्ड का 10 फीसदी यानि करीब 35 लाख की डिमांड की थी। ठेकेदार छह महीने से घूम रहे थे, लेकिन काम शुरू नहीं करने दे रहे थे। रविवार काे ठेकेदार मुंबई से लाैटे अाैर एक बार फिर काम शुरू करने की काेशिश की ताे सरपंच ने 10 फीसदी डिमांड रखी। आखिर थककर ठेकेदार ने एसीबी में शिकायत की। इस पर 19 जुलाई काे सत्यापन करवाया गया ताे 8 प्रतिशत तक राशि देना तय हुअा। इस दाैरान ठेकेदार ने सरपंच से यह भी कहा कि वह 8 फीसदी राशि तभी दे पाएगा जब वह काम शुरू कर पाएगा। इसलिए उसे एक बार काम शुरू करने दिया जाए। शातिर सरपंच ने इस पर 1.11 लाख की टोकन मनी मांग ली। ठेकेदार ने जब अाराेपी सरपंच काे मंगलवार काे काॅल कर टाेकन मनी देने की बात कही ताे सरपंच ने खुद ही शहर अाने की बात कही। सुबह 11:15 बजे सरपंच कार लेकर अा गया। यहां हाउसिंग बोर्ड काॅलाेनी में उदयपुर-बांसवाड़ा मुख्य मार्ग पर कार में ही बैठकर रुमाल में 1.11 लाख रुपए रिश्वत ली। इसके बाद सरपंच ने अपने छाेटे भाई मुकेश काे काॅल लगाया अाैर बताया कि तय शर्त के मुताबिक टाेकन मनी अा चुकी है। लेकिन एसीबी ने काॅल रिकॉर्डिंग के अाधार पर इसके बाद मुकेश काे भी गिरफ्तार कर लिया।
पावर प्लांट के पहले जांचते हैं कि कैसी है मिट्टी : एनपीसीअाईएल की अाेर से यहां 40 हजार कराेड़ की लागत से 2800 मेगावाट यानि 70 मेगावाट की चार इकाइयां स्थापित हाे रही है। जो 4 हजार बीघा क्षेत्र में बनेगा। प्लांट के बनने से पहले जमीन की मिट्टी की टेस्टिंग हाेती है कि वह प्रोजेक्ट के लिए सही है या नहीं। टेस्टिंग के लिए सैकड़ाें बीघा में जगह-जगह गहराई तक ड्रिल कर मिट्टी काे निकालते अाैर फिर टेस्टिंग के लिए भेजते हैं।


अगस्त 2019 में मिला ऑर्डर, सरपंच कर रहा था झगड़े, मशीनों में ताेड़फाेड़ भी की, पुलिस में शिकायत पर नहीं हुई कार्रवाई
एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि न्यूक्लियर पावर प्लांट में मिट्टी जांच के लिए मुंबई की जीअाेटेक कंपनी काे अगस्त 2019 में केन्द्र से वर्क ऑर्डर मिला था। मिट्टी की जांच कई एकड़ जमीन में हाेनी थी। इसमें ज्यादा जमीनी हिस्सा बारी गांव क्षेत्र में अा रहा था। ठेकेदार काम करने के लिए अाया ताे कार्य के लिए सरपंच में मना किया अाैर विरोध करने लगा। फिर राशि देने पर धमकाया। ठेकेदार के ना बाेलने पर काम पर जाने वाले मजदूरों पर लाेगाें से पत्थर फिंकवाए अाैर मशीनों में ताेड़फाेड़ की। ठेकेदार ने थाने अाैर एसपी काे शिकायत की। पुलिस से सहायता नहीं मिलते देख ठेकेदार एसीबी के पास पहुंचा।

शेयर करे

More news

Search
×