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सोमवार को आई खुशखबरी प्रशासन के साथ-साथ आमजन के लिए अत्यधिक प्रसन्नता के साथ सुकून व राहत भरी रही

Banswara
सोमवार को आई खुशखबरी प्रशासन के साथ-साथ आमजन के लिए अत्यधिक प्रसन्नता के साथ सुकून व राहत भरी रही
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सफलता एक दिन में नहीं, लेकिन ठान ले तो एक दिन जरूर मिलती है

राहत की खबर बांसवाड़ा में सभी कोरोना मरीज हुए नेगेटिव

प्रशासन की मेहनत, स्वास्थ्य विभाग की सेवा से मिली सफलता

बांसवाड़ा, एक जून/ बांसवाड़ा जिले में प्रशासन एवं चिकित्सा महकमे के लिए जून महीने का पहला दिन कोरोना वायरस संक्रमण से निजात के लिए किए गए कारगर एवं रणनीतिक प्रयासों के जूनून की सफलता के रुप में सामने आया। जून महीने का पहला सोमवार प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग के साथ बांसवाड़ा जिले के बाशिन्दों के लिए सुकून की खबर के साथ महत्वपूर्ण बनकर उभरा। 

सोमवार को आई खुशखबरी प्रशासन के साथ-साथ आमजन के लिए अत्यधिक प्रसन्नता के साथ सुकून व राहत भरी रही। प्रशासन की कड़ी मेहनत एवं चिकित्सा विभाग के डाक्टर्स एवं कोरोना वारियर्स की सेवा ने इस परीक्षा की घडी को सफलता को पाने में सार्थक रही। जिले में प्रशासन के साथ जनप्रतिनिधियों का इस महामारी पर नियन्त्रण के लिए दिया गया सहयोग कोरोना संक्रमण पर काबू पाने में सफल रहा है।

बांसवाड़ा जिले से राहत की खबर है। यहां सभी कोरोना पॉजिटिव अब नेगेटिव हो चुके है। चिकित्सा विभाग एवं अन्य विभागों के समन्वय से यह जीत हासिल हुई है। हालांकि संघर्ष अब भी जारी है, लेकिन अब तक के प्रयासों से जो सफलता मिली है, इसे नहीं भुलाया जा सकता। 

सीएमएचओ डॉ हीरालाल ताबियार ने बताया कि जिले मे इस साल मार्च माह में एक भी कोरोना केस नहीं था। लेकिन इस माह के बीतते एक बुरी खबर आई। 31 मार्च को कुशलगढ़ निवासी एक उम्र 48 वर्षीय कोरोना संदिग्ध चिन्हित की गई। हालांकि जांच में नेगेटिव आई लेकिन बांसवाड़ा जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड मे उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद उसके परिवार के सदस्यांे के सैंपल 2 अप्रेल .2020 को लिए गए, जिसकी रिपोर्ट 4 अप्रेल .2020 को प्राप्त हुई, जिसमंे मृतका के पुत्र और पति पॉजिटिव पाए गए। यहीं से शुरू हुआ स्थानीय चिकित्सा और प्रशासन सहित अन्य विभागों का संघर्ष। 

पॉजिटिव की रिपोर्ट मिलते ही जिला  प्रशासन के निर्देशनुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एच.एल. ताबियार की अगुवाई मंे जिला रेपिड रेस्पोन्स टीम (आरआरटी) कुशलगढ़ में तुरन्त प्रभाव से तैनात की गई, जिला आरआटी द्वारा त्वरित कार्य करते हुए पॉजिटिव पाए गए लोगों को उदयपुर भेजने और क्षेत्र में सर्वे शुरू की। 

जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने भी कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए कारगर योजना बनाकर उसे मूर्त रूप देते हुए सफलता प्राप्त करने तक पूरी मुस्तैदी के साथ कार्य को अंजाम देने में जुटे रहे। कोरोना संक्रमण का हाट स्पाट बन चुके कुशलगढ को कोरोना संक्रमण से मुक्ति दिलाने के लिए प्रशासन के अधिकारियों के साथ ही बांसवाड़ा जिला कलक्टर कैलाश बैरवा, राज्य सरकार द्वारा नियुक्त आईएएस डा. भंवरलाल, जिला पुलिस अधीक्षक केसरसिंह शेखावत, अतिरिक्त जिला कलक्टर नरेश बुनकर ने समय-समय पर कुशलगढ का दौरा कर योजनाबद्ध रूप से कोरोना संक्रमण से मुक्त होने के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करते हुए इस सफलता को प्राप्त किया गया। 

कुशलगढ में जानिए कैसे थे हाल और कैसे पाया मुकाम

कुशलगढ में 4 अप्रैल को दो पॉजिटिव मिलने के बाद चार दिन बाद ही एक महिला पॉजिटिव पाई गई। उसका पोता 14 मार्च को जामिया एकडमी, मरोल, मुम्बई से कुशलगढ लौटा था। लगभग 7 से 9 दिन बाद घर के सभी सदस्यों को हल्का सर्दी- जुकाम एवं बुखार जैसे लक्षण दिखाई दिए। उसके बाद दवाई लेने पर 6-7 दिन में ठीक हो गए।  इसी दौरान महिला पॉजिटिव आई, इनके सम्पर्क में आई थी। इसके बाद लगातार सैंपलिंग का काम जारी रहा और पॉजिटिव मरीज मिलते रहे। चिकित्सा विभाग एवं प्रशासन द्वारा कस्बे में संक्रमण के प्रभावी रोकथाम के लिए कर्फ्यु लगा कर कन्टेनमेंट प्लान बना कर पॉजिटिव पाए गए मरीजों के घर को एपीसेन्टर मानते हुए 3 किमी. परिधि का कन्टेनमेट जोन बनाया गया एवं 67 टीमों द्वारा सघन सर्वे शुरू करवाया गया, पॉजिटिव केसों को आर.एन.टी मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। टीमों द्वारा पहले दिन में 802 घरों के 4214 लोगांे का सर्वे किया गया । इसके बाद सर्वे टीम लगातार अपना काम करती रही। पॉजिटिव के संपर्कों में आए लोगों के सैंपल लिए गए। कुशलगढ़ में ही 68 मरीज पॉजिटिव पाए गए व इसके अलावा जिले भर में यह आंकड़ा 85 का रहा। इसमें से दो की मौत हो चुकी है। अन्य सभी स्वस्थ होकर घर लौट चुके है। 

अब तक इतनी हुई सर्वे 

डिप्टी सीएमएचओ डॉ दीपक निनामा ने बताया कि जिले भर में अब तक पांच राउंड में 26 लाख 45 हजर 158 घरों में सर्वे किया जा चुका है। वहीं होटस्पॉट कुशलगढ़ में एक किमी के भीतर 19 राउंड किए गए,, जिसमें 39 हजार 461 घरों को कवर किया गया। यहां पर तीन किमी के क्षेत्र में 1 लाख 44 हजार 147 और तीन से पांच किमी में 78 हजार 460 घरों में क्रमश: 17 व 16 राउंड में सर्वे का काम किया गया। 

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