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टीम इंडिया ने कड़े मुकाबले में अफगानिस्तान को हराया, मोहम्मद शमी की हैटट्रिक

टीम इंडिया ने कड़े मुकाबले में अफगानिस्तान को हराया, मोहम्मद शमी की हैटट्रिक
@HelloBanswara - -

InternationalJune 23, 2019 - विश्व कप 2019 की पहली हैटट्रिक लगाने वाले मोहम्मद शमी की अगुवाई में अपने गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से भारत ने अफगानिस्तान को 11 रन से हराकर सेमीफाइनल की ओर कदम बढ़ा दिए, लेकिन रसूखदार प्रतिद्वंद्वी के सामने जबरदस्त जुझारूपन दिखाने वाली अफगान टीम ने हारकर भी अपने प्रदर्शन से दिल जीत लिया। यह भारत की विश्व कप में 50वीं, जबकि इस वर्ल्ड कप में चौथी जीत है।

मैच में अफगानिस्तान ने पहले बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए सितारा बल्लेबाजों से सजी दो बार की चैंपियन भारतीय टीम को 8 विकेट पर 224 रन पर रोक दिया। इसके बाद अफगान टीम इस विश्व कप का सबसे बड़ा उलटफेर करने की ओर बढ़ रही थी। लेकिन अंतिम दो ओवरों में मोहम्मद शमी और मैन ऑफ द मैच जसप्रीत बुमराह ने उसका यह सपना चकनाचूर कर दिया। आखरी गेंद बाकी रहते भारत ने अफगानिस्तान को 213 रन समेट दिया। इससे पहले अफगान टीम की ओर से गेंदबाजी में 33 रन देकर दो विकेट लेने वाले मोहम्मद नबी ने टीम के लिए सबसे अधिक 55 गेंद में 52 रन बनाए। 

आखिरी दो ओवर का रोमांच  :
अफगानिस्तान को आखिरी दो ओवर में 21 रन चाहिए थे और नबी क्रीज पर थे। बुमराह ने 49वें ओवर में सिर्फ 5 रन दिए। इसके बाद शमी के आखिरी ओवर की पहली गेंद पर नबी ने चौका जड़ डाला। अगली गेंद पर कोई रन नहीं लिया और तीसरी गेंद पर हार्दिक पंड्या को कैच दे बैठे। आफताब आलम (0) और मुजीब उर रहमान (0) को आउट करके शमी ने अपनी हैटट्रिक और भारत की विश्व कप में 50वीं जीत पूरी की। 

भारत के दूसरे गेंदबाज बने शमी  :
शमी विश्व कप में हैटट्रिक लगाने वाले दुनिया के 9वें (हालांकि, यह वर्ल्ड कप की 10वीं हैटट्रिक है) और भारत के दूसरे गेंदबाज बने। उनसे पहले चेतन शर्मा (1987), सकलेन मुश्ताक (1999), चमिंडा वास (2003), ब्रेट ली (2003), लसिथ मलिंगा (2007), केमार रोच (2011), लसिथ मलिंगा (2011) , स्टीव फिन (2015) और जेपी ड्यूमिनी (2015) यह कमाल कर चुके हैं। किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि खिताब की प्रबल दावेदार और पहले तीनों मैच आसानी से जीतने वाली भारतीय टीम को अफगानिस्तान से ऐसी चुनौती मिलेगी। 

भारत की पारी का रोमांच  :
इससे पहले अफगानिस्तान की बेहतरीन गेंदबाजी के सामने 2 बार की चैंपियन भारतीय टीम का मजबूत बल्लेबाजी क्रम नाकाम रहा और विराट कोहली की टीम 8 विकेट पर 224 रन ही बना सकी। कप्तान विराट कोहली ने 63 गेंद में 67 रन बनाए, जबकि उनके अलावा कोई भारतीय बल्लेबाज अफगान गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका। आईपीएल स्टार मोहम्मद नबी ने 9 ओवर में 33 रन देकर दो विकेट लिए। मुजीब उर रहमान ने 10 ओवर में 26 रन देकर एक और राशिद खान ने 10 ओवर में 38 रन देकर एक विकेट लिया। पिच से मिल रही उछाल और टर्न का पूरा फायदा उठाते हुए अफगान गेंदबाजों ने भारत के सितारा बल्लेबाजों को बांधे रखा। उन्होंने 152 डाट गेंदें (करीब 25.2 ओवर) डाली। अफगान गेंदबाजों के लिए यह अच्छी वापसी रही, जिन्हें पिछले मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने रेकॉर्ड 25 छक्के लगाए थे। महेंद्र सिंह धोनी (52 गेंद में 28 रन) और केदार जाधव (68 गेंद में 52 रन) रनगति नहीं बढ़ा सके। दोनों ने बीच के 14 ओवरों में सिर्फ 57 रन बनाए। 

धोनी बने स्टंप का शिकार  :
धोनी स्ट्राइक रोटेट करने में नाकाम रहे और बल्लेबाजों के बीच अच्छा तालमेल भी नहीं दिखा। एक बार तो इसकी वजह से जाधव रन आउट होने से बाल बाल बचे। धोनी को राशिद ने आउट किया जो आगे बढ़कर खेलने के प्रयास में स्टम्पिंग का शिकार हो गए। हार्दिक पंड्या ने आते ही आक्रामक तेवर दिखाने शुरू किए लेकिन टिक नहीं सके। उन्हें तेज गेंदबाज आफताब आलम ने पविलियन भेजा। कप्तान गुलबदन नैब ने 52 रन देकर दो विकेट लिए। उन्होंने आखिरी ओवर की 5वीं गेंद पर जाधव को आउट किया।  

इस मैच से पहले भारत ने तीन मैचों में 14 विकेट गंवाए थे और स्पिनर के सामने कोई बल्लेबाज आउट नहीं हुआ था। शानदार फॉर्म में चल रहे रोहित शर्मा को मुजीब ने दूसरा पर फंसाया। वहीं केएल राहुल 30 रन बनाने के बावजूद सहज नहीं लगे। उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब के उनके साथी खिलाड़ी मुजीब ने आउट किया। रिवर्स स्वीप खेलने के प्रयास में वह शॉर्ट थर्डमैन पर हजरतुल्लाह जजई को कैच दे बैठे। कोहली अकेले ऐसे भारतीय बल्लेबाज थे जो सहज दिखे। उन्होंने राशिद को उम्दा कवर ड्राइव लगाया। विजय शंकर ने 41 गेंद में 29 रन बनाए और कोहली के साथ 58 रन जोड़े। उन्हें रहमत शाह ने पगबाधा आउट किया। कोहली एक और शतक की ओर बढ़ रहे थे लेकिन नबी को कट लगाने के प्रयास में अपना विकेट गंवा बैठे। 

अफगानिस्तान की पारी  :
अफगानिस्तान ने गेंद से बेहतरीन प्रदर्शन कर भारत को 50 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 224 रनों पर ही रोकने के बाद बल्लेबाजी में भी इस मैच में कभी भी हार नहीं मानी और छोटी-छोटी साझेदारियां कर हमेशा मैच में बनी रही। अफगानिस्तान के विकेटों के पतन की शुरुआत 20 के कुल स्कोर से हुई। शमी ने हजरतुल्लाह जजई को 10 के निजी स्कोर पर पविलियन भेजा। कप्तान गुलबदीन नैब (27) और रहमत शाह (36) ने दूसरे विकेट के लिए 44 रनों की साझेदारी कर भारत की चिंताएं बढ़ानी चाहीं, लेकिन पंड्या ने अफगानी कप्तान को 64 के कुल स्कोर पर पविलियन भेज दिया।  

रहमत ने हसमतुल्लाह शाहिदी (21) के साथ मिलकर टीम को लक्ष्य के पास ले जाने की कोशिश की जिसे बुमराह ने नाकाम कर दिया। उन्होंने रहमत को युजवेंद्र चहल के हाथों 106 के कुल स्कोर पर कैच कराया। इसी स्कोर पर बुमराह ने शाहिदी को भी अपने ही गेंद पर कैच आउट कर अफगानिस्तन को एक और बड़ा झटका दिया। चहल ने असगर अफगान (8) को आउट कर भारत को पांचवीं सफलता दिलाई। उनका विकेट 130 के कुल स्कोर पर गिरा। यहां नबी क्रिज पर आ चुके थे। नबी ने नाजीबुल्लाह जादरान के साथ मिलकर एक और साझेदारी कर जीत हासिल करने का प्रयास किया। 

इस बार पंड्या ने जादरान को आउट कर अफगानी टीम के एक और साझेदारी को पनपने नहीं दिया। चहल ने 190 के कुल स्कोर पर राशिद खान को महेंद्र सिंह धोनी के हाथों स्टम्पिंग कराया, लेकिन नबी अकेले एक छोर से रन बना रहे थे। उन्होंने अपनी टीम को जीत के काफी करीब ला दिया था। दो ओवरों में अफगानिस्तान को 21 रन चाहिए थे। यहां बुमराह ने 49वां ओवर फेंका और सिर्फ पांच रन दिए।  

नबी के रहते अफगानिस्तान को उम्मीदें थे और आखिरी ओवर की पहली गेंद पर चौका पड़ने से उन्हें और बल मिल गया था, लेकिन शमी ने शानदार वापसी कर न सिर्फ अपना नाम इतिहास में दर्ज कराया, बल्कि भारत को उलटफेर का शिकार होने से बचा लिया। नबी ने 55 गेंदों का सामना किया और चार चौकों के अलावा एक छक्का मारा। बल्लेबाजों से पहले अफगानिस्तान के गेंदबाजों ने भी भारत की कड़ी परीक्षा ली। 

 

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