लेकिन गुजरात, यूपी नहीं है? असली अग्निपरीक्षा गुजराती मतदाताओं की है!
Banswara December 02, 2017 उत्तर प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजे भारतीय जनता पार्टी के लिए उत्साह बढ़ानेवाले तो हो सकते हैं, लेकिन... गुजरात, उत्तर प्रदेश नहीं है!
गुजरात में अभी राजनीतिक खतरा टला नहीं है, क्योंकि... गुजरात का चुनाव प्रमुखता से केवल दो समीकरणों पर निर्भर है, एक... भाजपा की जीत इस पर निर्भर है कि- पीएम नरेन्द्र मोदी गुजरात का गौरव! यह भावनात्मक लहर कितनी प्रभावी रहती है?, दो... कांग्रेस की जीत इस पर निर्भर है कि गैरभाजपाई वोटों का कितना बिखराव होता है?
उत्तर प्रदेश में भाजपा के चुनाव जीतने का प्रमुख कारण भी गैरभाजपाई वोटों का बिखराव ही रहा है, दिलचस्प तथ्य यह है कि... यूपी में भाजपा के बाद वोट प्रतिशत के आधार पर सबसे ताकतवर सपा रही है किन्तु किसी नगर निगम में उसे कामयाबी नहीं मिली जबकि वोट प्रतिशत के आधार पर तीसरे स्थान पर रही बसपा ने दो नगर निगम में कामयाबी दर्ज करवा दी!
यूपी चुनाव में 16 नगर निगम में से 14 भाजपा को मिले और 2 बसपा ने जीते तो 198 नगर पालिकाओं में से 70 भाजपा को, 45 सपा को, 29 बसपा को तो 9 कांग्रेस को मिली, इसी तरह... 438 नगर पंचायतों में से 100 भाजपा को, 83 सपा को, 45 बसपा को तो 17 कांग्रेस को मिली... प्राप्त मतों का प्रतिशत भी इसी क्रम में रहा... भाजपा अव्वल रही तो सपा दूसरे नंबर पर, बसपा तीसरे नंबर पर और कांग्रेस चौथे नंबर पर रही!
भाजपा के लिए इस बार के गुजरात विधानसभा चुनाव गत विधानसभा चुनाव के मुकाबले चुनौतीपूर्ण जरूर हैं, लेकिन...
भाजपा के पक्ष में ये मुद्दे हैं-
* पीएम नरेन्द्र मोदी गुजरात की पहचान हैं!
* केन्द्र सरकार ने देश हित में अनेक निर्णय लिए, दुनिया में देश का गौरव बढ़ाया!
* विकास को नई दिशा दी!
* भाजपा सरकार की विभिन्न योजनाओं के परिणाम भले ही उतने प्रभावी नहीं रहे हों लेकिन प्रयास सही रहे!
* केन्द्र की भाजपा सरकार प्रायोगिक रूप से उतनी सफल नहीं रही लेकिन सैद्धान्तिकरूप से सफल है!
कांग्रेस के पक्ष में ये मुद्दे हैं-
* गत बार की अपेक्षा इस बार कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ सकता है जिसके नतीजे में कई सीटों के परिणाम बदल सकते हैं, यदि पांच प्रतिशत वोट भाजपा से कांग्रेस की ओर आते हैं तो कांग्रेस गुजरात में सत्ता का सपना साकार कर सकती है!
* राहुल गांधी ने कांग्रेस की कई गलतियों से सबक लिया है और तुष्टीकरण की नीति से हट कर धर्म निरपेक्षता के मूल स्वरूप की ओर लौटे हैं, इसके नतीजे में कांग्रेस से दूर हुए हिन्दू वोट फिर से यदि कांग्रेस को मिलते हैं तो चुनावी नतीजे बदल सकते हैं!
* आरक्षण आंदोलन का लाभ कांग्रेस को मिलेगा लेकिन इसकी वजह से गुजरात में आया बदलाव कितना प्रभावी रहता है? इस पर काफी हद तक चुनाव परिणाम निर्भर हैं!
* स्थानीय मुद्दे और सत्ता विरोधी लहर का फायदा कांग्रेस को मिल सकता है! जीएसटी का क्या?
* गुजरात विधानसभा चुनाव में जीएसटी का... क्या? और कितना? असर पड़ेगा, यह चुनाव नतीजों के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा! ये सारे तथ्य गुजरात चुनाव को यूपी चुनाव से अलग करते हैं और इसीलिए... गुजरात, यूपी नहीं है? असली अग्रिपरीक्षा तो गुजराती मतदाताओं की है कि वे किन मुद्दों को किस नजरिए से देखते हैं!
By प्रदीप द्विवेदी